30 दिसंबर 2025,

मंगलवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

अमित शाह पर तृणमूल का पलटवार, ‘भाजपा अध्यक्ष का भाषण घटिया और कमजोर’

कोलकाता में 19 जनवरी को विपक्षी नेताओं की रैली पर बरसे भाजपा अध्यक्ष अमित शाह पर तृणमूल कांग्रेस ने पलटवार किया है।

2 min read
Google source verification
Trinamool

अमित शाह पर तृणमूल का पलटवार, भाजपा अध्यक्ष का भाषण घटिया और कमजोर

नई दिल्ली। कोलकाता में 19 जनवरी को विपक्षी नेताओं की रैली पर बरसे भाजपा अध्यक्ष अमित शाह पर तृणमूल कांग्रेस ने पलटवार किया है। तृणमूल कांग्रेस ने मंगलवार को पश्चिम बंगाल के मालदा में अमित शाह के भाषण को तथ्यहीन बताया है। इसके साथ ही उनकी भाषण शैली और शब्दों को घटिया व कमजोर करार दिया है। अमित शाह पर निशाना साधते हुए पार्टी ने कहा कि भगवा दल की बेचैनी बताती है कि विपक्षी ऐकता को देख कर अब उसको अहसास हो गया कि सत्ता में उसकी उल्टी गिनती शुरू हो गई है।

'सत्तालोलुपों के गठबंधन'

तृणमूल कांग्रेस के प्रवक्ता डेरेक ओ ब्रायन ने कहा कि मालदा में भाजपा अध्यक्ष का भाषण उनकी बेचैनी और कमजोरी दर्शाता है। अब उनको पता चल गया है कि सत्ता में उनके दिन अब गिनती के ही बचे हैं। डेरेक ने कहा कि भाजपा भारत के लोकाचलन का अंदाज नहीं है, यहां तक कि उन्हें बंगाल के लोकाचलन का भी अंदाजा नहीं है। आपको बता दें कि अअमित शाह ने मंगलवार को कोलकाता के मालदा में तृणमूल कांग्रेस और विपक्षी ऐकता पर जमकर निशाना साधा था। उन्होंने 19 जनवरी को विपक्षी नेताओं की रैली को 'सत्तालोलुपों के गठबंधन' बताकर खारिज किया। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने कहा था कि वे लोग देश को केवल 'मजबूर सरकार' देना चाहते हैं ताकि वे भ्रष्टाचार कर सकें, जोकि नरेंद्र मोदी की 'मजबूत सरकार' में संभव नहीं है। शाह ने यहां राज्य में पार्टी के लोकसभा चुनाव अभियान की शुरुआत करते हुए कहा था कि महागठबंधन के ये सभी नेता देश में एक कमजोर और मजबूर सरकार चाहते हैं, ताकि वे भ्रष्टाचार कर सकें। दूसरी ओर, हम एक मजबूत सरकार चाहते हैं, जो पाकिस्तान को सबक सिखा सके।

'मोदी-मोदी की गूंज के अलावा'

विपक्षी गठबंधन को खारिज करते हुए उन्होंने कहा था कि यह केवल सत्तालोलुपों और केवल अपना हित चाहने वालों का गठबंधन है। उन्होंने कहा कि उस रैली में 'मोदी-मोदी की गूंज के अलावा' एक बार भी 'भारत माता की जय' और 'वंदे मातरम' का नारा नहीं सुना गया।