
मिठाइयों की दुकानों पर दिख रही चुनावी झलक
नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव ( West Bengal Assembly Election ) का समय जैसे-जैसे नजदीक आ रहा है वैसे-वैसे राजनीतिक दलों का प्रचार अभियान भी जोर पकड़ रहा है। चुनावी मैदान हो या फिर कोई जगह जनता के बीच जगह बनाने के लिए नेता कोई मौका नहीं छोड़ रहे हैं। खास तौर पर ये सियासी संग्राम अब मिठाई की दुकानों तक पहुंच गया है।
अपनी जमीन मजबूत करने के लिए नेताओं के बीच जुबानी जंग तेज हो गई है, लेकिन इस सियासी कड़वाहट को मिठाई की दुकानों ने कम करने की अनूठी कोशिश की है।
यहां ममता और मोदी नाम की मिठाइयां कड़वाहट दूर कर रही हैं। यही नहीं दलों के सबसे बड़े हथियार नारे भी इन मिठाइयों के जरिए घर-घर तक अपनी पहुंच बढ़ा रहे हैं।
पश्चिम बंगाल में मिठाइयों का खास महत्व है। फिर चाहे सोंदेश हो या फिर अन्य मिठाइयां इनका स्वाद देशभर में अपनी अलग पहचान रखता है। यही वजह है कि बड़े मौकों पर बंगाली मिठाइयों की मिठास कुछ और खास हो जाती है। खास तौर पर चुनावी माहौल में तो ये और भी ज्यादा स्पेशल हो जाती हैं, क्योंकि इसके जरिए राजनीतिक दल अपनी-अपनी पहुंच बढ़ाने की कोशिश करते हैं।
कुछ ऐसा ही इस बार के विधानसभा चुनाव में भी देखने को मिल रहा है। कोलकाता में बालाराम मल्लिक और राधारमण मल्लिक की मिठाई की दुकान इन दिनों काफी चर्चा में है।
विधानसभा चुनाव से पहले इनकी मिठाई कंपनी की खास मिठाइयों की चर्चा पूरे बंगाल में हो रही है।
सोशल मीडिया से लेते हैं आइडिया
दुकान के मालिक सुदीप मल्लिक बताते हैं, सोशल मीडिया पर क्या चल रहा है, इसको देखकर हम अपनी मिठाइयां बनाते हैं। इस समय बंगाल चुनाव से बड़ा मुद्दा कोई नहीं है। यही वजह है कि हमने इससे जुड़ी मिठाइयों को चुना।
हम राजनीतिक पार्टियों को चुनाव चिह्नों वाली मिठाई और इस चुनाव में लोकप्रिय हुए 'खेला होबे' और 'जय श्री राम' नारे वाली संदेश (बंगाली मिठाई) बना रहे हैं, जो लोगों को खूब पसंद आ रही हैं।
दीदी और मोदी संदेश
संदीप की मानें तो मौजूदा समय में प्रदेश की सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस की सुप्रीमो और मुख्यंत्री ममता बनर्जी और बीजेपी के सबसे बड़े प्रचारक और देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चित्रों की नक्काशी वाली 'दीदी संदेश' और 'मोदी संदेश' मिठाइयां भी बन रही हैं। इसकी चर्चाएं लोगों और पार्टी समर्थकों के बीच खूब हो रही है।
यही वजह है कि इनसे जुड़ी मिठाइयां बनाई जा रही हैं। जब ग्राहक दुकानों पर आते हैं तो उनके लिए सबसे बड़ा आकर्षण होता है।
सफेद, हरे और नारंगी रंग की संदेश मिठाई पर 'खेला होबे' लिखा है। फ्लेवर की बात करें तो ये मिठाइयां चॉकलेट, स्ट्रॉबेरी और आम के स्वाद में उपलब्ध हैं। इन 'संदेश' की कीमत 40 से 100 रुपए के बीच है।
आपको बता दें कि 'खेला होबे' राज्य की सत्ताधारी और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली तृणमूल कांग्रेस का नारा है। जबकि, भारतीय जनता पार्टी अपने प्रचार अभियान के दौरान 'जय श्री राम के नारे का उपयोग करती है।
Published on:
09 Mar 2021 08:25 am
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