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मऊगंज को जिला बनने पर गरोठ विधायक को क्यों मिल रही बधाईयां..देखे वीडियो

30 वर्षो से गरोठ जिले के नाम पर सिर्फ आश्वासन

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मंदसौर
मध्यप्रदेश मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने शनिवार को रीवा जिले के मऊगंज को मप्र का 53वा नया जिला घोषित किया। मऊगंज के जिला घोषित होने की बधाईयां गरोठ विधायक देवीलाल धाकड़ दी जा रही है। ये बधाईयां सोशल मीडिया पर जारी है। जिसमे गरोठ को जिला बनाने की मांग को लेकर तंज क्या हुआ तेरा वादा जैसे भी कसे जा रहे है। इस चुनावी साल में 30 सालों से गरोठ जिला बनाने का संघर्ष करने वाले क्षेत्रवासियों को निराशा ही हाथ लगी है। और मऊगंज के जिला घोषित होने पर विधायक धाकड़ को तंज के रूप में बधाईयां दी जा रही है।
सत्ता पलटने पर ठंडे बस्ते में चली गई घोषणा
जिला बनाने का संघर्ष गरोठ क्षेत्रवासियों का लंबे समय से जारी है। कांग्रेस शासन में तत्कालीन मुख्यमंत्री दिग्विजयसिंह ने तत्कालीन मंत्री सुभाष सोजतिया के कार्यकाल में गरोठ को जिला बनाने की घोषणा की थी। जिसमें गरोठ जिले का प्रस्तावित नक्शा और अन्य कागजी कार्रवाई शुरू हो गई थी। लेकिन यह प्रक्रिया सत्ता पलटने के साथ ही ठंडे बस्ते में चली गई। लगातार 30 वर्षो से गरोठ जिले के नाम पर सिर्फ आश्वासन ही मिलता आ रहा है।
इंदौर रियासत में जिला गरोठए कांग्रेस शासन में तैयार किया था नया नक्शा
करीब 97 साल पहले सन 1925-26 में इंदौर रियासत में गरोठ जिला था। होलकर स्टेट के दौरान से ही यहां न्यायालयए कलेक्टर कार्यालय, जेलखाना आदि बने हुए है। 14 सितंबर 1992 को जिला बनाने के लिए गरोठ में बड़ा आंदोलन हुआ था। जिसमें कई दिनों तक गरोठ बंद रहा। तब यहां ममता बनर्जी से लेकर कैलाश चावला आदि कई नेता भी पहुंचे थे। इसके बाद अब तक जिला बनाओ समिति सहित कई संस्थाओं और नागरिकों द्वारा कई अभियान लगातार चलाए जा रहे है।
8 लाइन प्रोजेक्ट से विकास की कई सम्भावनाएं
1250 किमी का दिल्ली मुम्बई एक्सप्रेस वे गरोठ से होकर गुजर रहा है। जिससे यहां विकास की कई संभावनाए बड़ी है। कई बड़े उद्योग, प्रोजेक्ट गरोठ क्षेत्र में आएंगे जिससे यहां की आर्थिक स्थिति बड़ा परिवर्तन आने की तैयारी में है। वहीं बर्डिया अमरा के पास बन रही हाइवे की चौकड़ी उज्जैन 4 लेन और 8 लेन का जंक्शन होगी। ऐसे में बड़े शहरों से गरोठ सीधे जुड़ेगा। व्यापार व्यवसाय के लिए तय हो रही लंबी दूरी कम होगी
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