नई दिल्ली। लोकसभा की 17वीं संसद का आगाज हो चुका है। लेकिन सदन में इंंडियन कांग्रेस का नेता कौन होगा यह तय नहीं हो पाया है। राजनीतिक विश्लेषकों की माने तो कांग्रेस गंभीर संकट फंसी नजर आती है। राहुल गांधी सियासी निर्णय लेने के लिहाज से डिट्रैक हो गए हैं।
सक्रिय राजनीति में प्रवेश लेने पर लोगों ने राहुल गांधी में राजीव गांधी की छवि देखी थी। उन्होंने संगठन में बदलाव और युवाओं को आगे बढ़ाने की बात कर इस बात का संदेश भी दिया था। लेकिन सबसे बड़ी विडंबना यह है कि राहुल गांधी भी अपने पिता की तरह कांग्रेस के आंतरिक झंझावातों से बाहर नहीं निकल पा रहे हैं।