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जन सेवक बन सुधारी थी सफाई व्यवस्था, सभापति बनने के बाद लापरवाही का आलम, कांग्रेस-भाजपा ने कहा, इस्तीफा दें

- शहर में चारों ओर फैली गंदगी, मुख्य सडक़ों व मंदिरों के आगे नालियों के गंदे पानी से भरी पड़ी सडक़ें- बुरे दौर से गुजर रही नगर परिषद

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जन सेवक बन सुधारी थी सफाई व्यवस्था, सभापति बनने के बाद लापरवाही का आलम, कांग्रेस-भाजपा ने कहा, इस्तीफा दें

जन सेवक बन सुधारी थी सफाई व्यवस्था, सभापति बनने के बाद लापरवाही का आलम, कांग्रेस-भाजपा ने कहा, इस्तीफा दें

जन सेवक बन सुधारी थी सफाई व्यवस्था, सभापति बनने के बाद लापरवाही का आलम, कांग्रेस-भाजपा ने कहा, इस्तीफा दें

प्रतापगढ़. शहर में नगर परिषद चुनाव से पहले सभापति रामकन्या के पति प्रहलाद गुर्जर ने जनसेवक बनकर शहर में खूब काम किया। सफाई करवाई। सडक़ें सुधरवाई। इसके बाद परिषद में भाजपा का बोर्ड बना। जिसमें जनसेवक की पत्नी को सभापति बनाया गया। लेकिन उनके सभापति बनने के बाद से ही शहर में सफाई की व्यवस्था चरमरा गए। विकास ठप हो गया।

शुरूआती दौर में सभापति का कहना था कि यहां पर कांग्रेस के विधायक रामलाल मीणा उन्हें काम नहीं करने दे रहे। इके बाद उन्होंने भाजपा छोड़ कांग्रेस का हाथ थाम लिया। हालांकि कांग्रेस में आने के बाद से ही नगर परिषद में भ्रष्टाचार अनदेखी और लापरवाही के कई आरोप लगाने शुरू हो गए। थोड़े दिनों बाद ही अव्यवस्थाएं खुलकर सामने आने लगी। अभी हाल ही में पहले घर-घर कचरा संग्रहण का काम बंद हुआ। बाद में रोड लाइटें बंद हुई। फिर नियमित सफाई व्यवस्था ठप हो गई।
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विधायक पर नगर परिषद में अड़ंगा लगाने का आरोप
नगर परिषद को लेकर विधायक रामलाल मीणा की शुरू से ही आरोपों के घेरे में रही। परिषद के चुनाव से पहले ही उन्होंने कह दिया था कि यदि यहां भाजपा का बोर्ड बना तो पूरे पांच साल धरना प्रदर्शन में ही निकलंगे। अब ऐसा हो भी रहा है। सभापति गुर्जर का आरोप है कि विधायक उन्हें काम नहीं करने दे रहे। हालांकि विधायक मीणा इन आरोपों को नकारते रहे हैं। लेेकिन सभापति से अनबन उनके इस बयान से जग जाहिर हो गई कि वे सभापति को कांग्रेस का मानते ही नहीं।
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सभापति को हटाने की तैयारी...
सभापति को पिछले दिनों ही स्वायत्त शासन विभाग से कारण बताओ नोटिस मिला है। इससे पहले विधायक मीणा ने सभापति की विभाग के मंत्री शांति धारीवाल को कर दी। इधर, सारे मामले में जनमत कांग्रेस के खिलाफ जाता दिख रहा है। ऐसे में शहर कांग्रेस ने भी विधायक रामलाल मीणा को पत्र लिखकर नगर परिषद में दखल देने की बात कही है। अब कांग्रेस के लोग हो या भाजपा के अधिकांश लोग सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए सभापति के कार्य से असंतुष्ट होकर उनसे इस्तीफे की भी मांग कर रहे हैं।
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सभापति के निजी कार्यालय के बाहर फैली गंदगी
शहर में कचरा वाहन बंद होने के बाद से ही शहर में चारों ओर गंदगी फैल चुकी हैं। गंदगी का आलम यह है कि खुद सभापति के निजी कार्यालय के बाहर नंद मार्ग पर कचरे का ढेर लगा हुआ है। यह कचरा नगर परिषद की अस्त व्यस्त कार्य प्रणाली पर कई सवाल खड़े कर रहा है।

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भाजपा ने की मांग, आरएएस अधिकारी को लगाएं आयुक्त
प्रतापगढ़ शहर में गत दिनों से जिस प्रकार से नगर परिषद क्षेत्र की दुर्दशा विधायक व नगर परिषद के सभापति ने की है। भाजपा ने मांग की है कि यहां आरएएस स्तर के अधिकारी को आयुक्त के रूप में लगाया जाए।
भाजपा जिलाध्यक्ष गोपाल कुमावत ने कहा कि गत दिनों प्रतापगढ़ नगर परिषद द्वारा बिजली का बिल जमा नहीं कराने से नगर की स्ट्रीट लाइट का कनेक्शन काट दिया गया था, जिससे जनता को काफी मुसीबतों का सामना करना पड़ा, और जनता के मन में ‘अंधेर नगरी - चौपट राजा’ के भाव पैदा हुए थे। जनता के विरोध के बाद कुछ जगह की स्ट्रीट लाइट तो चालू हुई परन्तु आज भी नगर के कई क्षेत्रों में स्ट्रीट लाइट फिर से शुरू नहीं हुई है।
भाजपा जिलाध्यक्ष गोपाल कुमावत ने कहा कि प्रतापगढ़ नगर की सफाई व्यवस्था एकदम चरमराई हुई है। चुने हुए जनप्रतिनिधि सफाई व्यवस्था की राशि में भी चूना लगाने को बेताब है, जिस कारण यहां स्वच्छता दूभर हो गई।
भाजपा जिलाध्यक्ष गोपाल कुमावत ने आरोप लगाया कि कमीशन नहीं मिलने के चक्कर में प्रतापगढ़ नगर की घर-घर कचरा संग्रहण की गाडिय़ां कई दिनों से बंद है। जिलाध्यक्ष कुमावत ने पूछा कि आखिर नगर परिषद सभापति सिर्फ पैसे कमाने के लिए ही पदारूढ़ हुए है या जनता की तनिक नि:स्वार्थ सेवा का भी लक्ष्य है।
जिला परिषद के नेता प्रतिपक्ष हेमन्त मीणा ने कहा कि नगर परिषद के आयुक्त के पद को खिलौना समझ लिया, चाहे जिसको चार्ज दिलवा देते है, चाहे जिससे चार्ज छिनवा लेते है, परंतु स्थानीय जिला प्रशासन मूकदर्शक बन सब खेल देख रहा है। नगर परिषद में आर.ए.एस. लेवल के पूर्णकालिक अधिकारी की आयुक्त के पद पर नियुक्ति होगी तभी नगर परिषद की स्थित में सुधार हो पायेगा नहीं तो इसी प्रकार जनता की खून-पसीने की कमाई कमीशन के रूप में बर्बाद होती रहेगी।
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नगर परिषद के इस बोर्ड को लगभग 14 महीने होने आए हैं। इस समयावधि में प्रतापगढ़ शहर के किसी भी वार्ड में कोई विकास कार्य नहीं हुआ। यहां तक कि जनता की मूलभूत सुविधाएं को भी नहीं सुधारा जा सका। पूरे शहर में जगह-जगह गंदगी का अंबार लगा पड़ा है जिससे आमजन में तरह-तरह की बीमारियां होने की आशंका है। शहर की सफाई व्यवस्था शीघ्र सुधारी जाए अन्यथा भाजपा पार्षद आम जनता को लेकर नगर परिषद का घेराव करेगी।
प्रतीक शर्मा, भाजपा पार्षद