प्रतापगढ़. जिले में गत दिनों से हो रही बारिश से अब जलाशय भरने लगे है। ऐसे में कुछ बांध ओवर फ्लो हो गए है। जबकि कई बांधों में पानी की आवक जारी है, ऐसे में इन बांधों का छलकने का इंतजार है। जिले में इस बार मानसून की बेरुखी के कारण पर्याप्त बारिश नहीं हुई। जिससे जलाशय भी खाली रहे। वहीं गत सप्ताह ही बंगाल की खाड़़ी से उठा मानसून के कारण प्रतापगढ़ जिले में भारी बारिश हुई। इससे खाली पड़े बांधों में पानी की आवक हुई थी। जिससे जिले में 16 प्रमुख बांधों में से 9 बांध लबालब हो गए। वहीं बांधों में पानी की आवक जारी है। जबकि सात बांध अभी पूरे नहीं भरे है। जिससे आगामी रबी सीजन में ङ्क्षसचाई में परेशानी आएगी। हालांकि आगामी दिनों में तेज बारिश के आसार नहीं है। ऐसे में इन बांधों के पूरे भरने पर संशय है।
ये बांध अब भी खाली
जिले में प्रमुख 9 बांध अब भी खाली है। जिसमें गादोला, मचलाना, बरडिय़ा, चाचाखेड़ी, बसेड़ा लोवर, जाखम, वाजना बांध अब भी खाली है। इनमें से गादोला, मचलाना बांध तो काफी कम भरे है। जबकि इन बांधों से सैंकड़ों हैक्टेयर में रबी की बुवाई होती है। लेकिन इनके खाली रहने से आगामी दिनों में काफी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।
सबसे बड़ा जाखम बांध चार मीटर खाली
जिले का सबसे बड़ा बांध जाखम अब भी खाली है। यह बांध काफी बड़ा भराव क्षेत्र में फैला हुआ है। इसका गेज कुल 31 मीटर का है। लेकिन यह अब तक साढ़े 26 मीटर ही भरा है। हालांकि इसमें मिलने वाली कई नदियों में पानी बह रहा है। जो इसमें भर रहा है। जिले के प्रमुख बांध-तालाब की स्थिति
जलाशय गेज भराव
हमजाखेड़ी 7.00 7.00
गादोला 5.49 2.90
बोरिया 9.20 9.15
मचलाना 10 2.90
बजरंगगढ़ 4.60 4.60
बरडिय़ा 6.70 1.89
चाचाखेड़ी 4.00 3.25
बसेड़ा लोवर 3.66 2.80
भंवरसेमला 14.70 14.00
जाखम 31.00 26.60
गागरी 7.92 7.92
वाजना 10 6.10
मेल 10.50 10.50
बोरी वानगढ़ी 11 11
बख्तोड़ 9.60 9.60
कालीघाटी 7.75 7.75
(गेज मीटर में, भराव सुबह आठ बजे तक की स्थिति)