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Rajasthan: राजस्थान में पुराने औषधालय भवन की छत गिरी, 3 किशोरों की मौके पर मौत, गांव में मातम

ग्रामीणों ने बताया कि वन विभाग की ओर से औषधालय भवन का निर्माण वर्ष 2006 में कराया गया था। जो गत वर्षों से खाली था। अभी यह भवन जर्जर हालत में हो गया था।

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छत गिरने से तीन किशोरों की मौत। फोटो- पत्रिका

राजस्थान के प्रतापगढ़ जिले के पीपलखूंट थाना इलाके के कुड़ीपाड़ा गांव में सोमवार शाम को औषधालय भवन की छत गिरने से वहां खेल रहे तीन किशोर बच्चों की मौत हो गई। सूचना पर पुलिस और परिजन मौके पर पहुंचे। अपने बच्चों की यह हालत देखकर परिजनों का रो रोकर बुरा हाल हो गया। जहां तीनों किशोरों के शवों को जिला चिकित्सालय की मोर्चरी में रखवाया गया।

तीनों मलबे में दबे

पीपलखूंट थाना प्रभारी जयेश पाटीदार ने बताया कि कुड़ीपाड़ा गांव के मुकेश पुत्र हुका, रतनलाल पुत्र नारायण व गजेन्द्र पुत्र शांतिलाल बकरी चराने के लिए गांव के पास गए थे। इस दौरान तीनों वन विभाग के पुराने औषधालय भवन के बरामदे में बैठे थे। अचानक भवन की छत भरभराकर गिर गई और तीनों बच्चे मलबे में दब गए। हादसे में तीनों की मौके पर ही मौत हो गई।

घटना के बाद गांव और मृतकों के परिवारों में कोहराम मच गया। सूचना मिलते ही थाना अधिकारी जयेश पाटीदार मय जाब्ते के साथ मौके पर पहुंचे और घटना स्थल का जायजा लिया। हादसे के बाद तीनों किशोरों के शवों को जिला चिकित्सालय की मोर्चरी में भिजवाया गया। जहां मंगलवार को पोस्टमार्टम करवाया जाएगा। वहीं पुलिस ने जांच शुरू कर दी है।

भवन में खेलते थे बच्चे

बता दें कि जिले में कई भवन ऐसे हैं जो काफी पुराने होकर जर्जर हो गए हैं। ग्रामीणों ने बताया कि वन विभाग की ओर से औषधालय भवन का निर्माण वर्ष 2006 में कराया गया था। जो गत वर्षों से खाली था। अभी यह भवन जर्जर हालत में हो गया था। इसमें कोई नहीं रहता था। इसमें बच्चे खेल रहे थे। अचानक उसकी छत भरभराकर गिर गई और तीनों बच्चे मलबे के नीचे दब गए।

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घटना इतनी भीषण थी कि तीनों की मौके पर ही मौत हो गई। हादसे के बाद इसकी सूचना मिलने पर परिजन मौके पर भी पहुंचे। अपने बच्चों को इस हाल में देखकर उनका बुरा हाल हो गया। वहीं पूरे गांव में सन्नाटा छा गया। एक साथ तीन किशोरों की मौत से गांव के हर चेहरे पर मायूसी और दुख साफ झलक रहा था।