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उमेश पाल हत्याकांड में ‘राधे’ और ‘उल्लू’ के एनकाउंटर के बाद, यूपी STF को है अब ‘मुर्गी’ की तलाश

Asad Ahmad Encounter: उमेश पाल हत्याकांड में ‘राधे’ और ‘उल्लू’ के एनकाउंटर के बाद, यूपी STF को है मुर्गी की तलाश, जानिए कौन है ये लोग और कैसे कैसे लगा पुलिस के हाथ।

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Asad Ahmad Encounter

Umesh Pal hatyakand

उमेश पाल की हत्या के बाद से ही यूपी एसटीएफ डॉन अतीक अहमद गैंग के पीछे पड़ी थी। हत्याकांड के बाद से ही माफिया अतीक अहमद का बेटा असद अहमद फरार था। यूपी पुलिस ने असद के नाम 5 लाख का इनाम भी घोषित किया था, इसके बावजूद भी असद पुलिस के हाथ नहीं आ रहा था। यूपी एसटीएफ के अधिकारियों के अनुसार कुछ दिनों पहले प्रयागराज में अतीक के घर से बरामद हुए आईफोन से असद के बारे में यहां जानकारी मिली थी।

आपसे बातचीत के लिए कोड नाम का करते थे प्रयोग
यूपी पुलिस के हाथों आईफोन को डिकोड करने पर अतीक और उसके गैंग के बारे में कईं महत्वपूर्ण जानकारियां मिली। डिकोड करने पर पता चला की गैंग के लोग एक दूसरे से कोड नाम से बात करते थे। उमेश पाल हत्याकांड के पहले से आपसी बातचीत के लिए अतीक और उसके गैंग कोड नाम का इस्तेमाल करते थे जिसे पुलिस डिकोड नहीं कर पाती थी।

उल्लू, राधे और मुर्गी जैसे कोड नाम का करते थे प्रयोग
आपको बता दें कि आईफोन डिकोडींग के बाद यूपी पुलिस को यह पता चला की माफिया अतीक के बेटे असद का कोड नाम ‘राधे’ था। ऐसा माना जा रहा है कि असद का नाम ‘राधे’ इस वजह से रखा गया क्योंकि वह बड़े बाल रखने का शौकीन था। अतीक गैंग के शूटर गुलाम जिसने दुकान से निकल कर उमेश पाल पर गोली चलाई थी, उसका नाम ‘उल्लू’ रखा गया था। और आपको जान कर हैरानी होगी की बमबाज गुड्डू मुस्लिम का कोड नाम ‘मुर्गी’ रखा गया था। गुड्डू मुस्लिम का यह नाम उसके घर में चलने वाले चिकन की दुकान की वजह से रखा गया था। गैंग के मुखिया व माफिया अतीक अहमद को उसके असली नाम के बजाय ‘बड़े मियां’ और उसके छोटे भाई अशरफ को ‘छोटे मियां’ के कोड नाम से बुलाया जाता था।

आईफोन डिकोड करने के बाद पुलिस को मिली अहम जानकारी
बिहार के सासाराम का रहने वाला शूटर अरमान के लिए गैंग के लोग ‘बिहारी’ कोड नाम का प्रयोग करते थे। और वहीं, इनामी बदमाश असद कालिया को ‘लंगड़ा’ नाम से बुलाया जाता था। चूंकि गैंग में कई सारे सदस्य है तो सबको अलग अलग कोड नाम भी दिया गया है। इन सब कोड नाम के अलावा गिरोह में शामिल अन्य बदमाशों का कोड नाम भी सामने आया है। हलवाई, तोता, सैम, बल्ली, शेरु, कछोली, पंडित और माया कोड नाम भी सामने आए हैं। आपको बता दें कि इन कोड नामों के अलावे यह बात भी सामने आई कि उमेश पाल हत्याकांड में शामिल शूटर्स कोप आईफोन के साथ साथ सिमकार्ड दिए गए थे। कोड नाम को डिकोड करने के बाद यूपी पुलिस को असद के बारे में जानकारी जुटाने में काफी मदद मिली।

जवाबी कार्रवाई में हुआ एनकाउंटर
आपको बता दें कि उमेश पाल हत्याकांड में फरार माफिया अतीक अहमद का इनामी बेटा असद अहमद और शूटर गुलाम को यूपी एसटीएफ ने गुरुवार को झांसी में एनकाउंटर में मार गिराया। दोनों पर पांच लाख का इनाम यूपी पुलिस की तरफ से घोषित किया गया था। यूपी एसटीएफ के अफसरों के मुताबिक दोनों के पास से विदेशी हथियार बरामद किए गए हैं। मामले की जानकारी देते हुए एसटीएफ की टीम ने बताया कि दोनों की घेराबंदी हुई तो असद और गुलाम फायरिंग करने लगे और जवाबी कार्रवाई में दोनों का एनकाउंटर करना पड़ा। यूपी एसटीएफ के एडीजी अमिताभ यश ने इस एनकाउंटर की पुष्टि करते हुए कहा कि दोनों के पास से विदेश में बने हथियार बरामद हुए हैं।