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कुंभ में जब भक्तों पर हेलीकाप्टर से फूल बरसाए जा रहे थे तब कई भक्त अखिलेश और मायावती का नाम लेते रहे

गेंदा और गुलाब के फूल भक्तों पर बरसाये गए

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कुंभ में जब भक्तों पर हेलीकाप्टर से फूल बरसाए जा रहे थे तब कई भक्त अखिलेश और मायावती का नाम लेते रहे

प्रयागराज. मंगलवार की भोर से ही शुरू हुए अखाड़ों के शाही स्नान के साथ ही कुंभ की शुरूआत हो गई। सबसे पहले महानिर्वाणी, अटल फिर निरंजनी उसके बाद जूना व किन्न्रर अखाड़ा के संतों ने लाखों की तादात में पहुंचकर दिव्य व भव्य कुंभ के स्लोगन को हकीकत में बदल दिया। इस पावन पर्व और ऐतिहाक पल के बीच में योगी सरकार ने भक्तों पर हेलीकाप्टर से पुष्पवर्षा करवाई जिसको लेकर संगम तट पर मौजूद लाखों लोगों में भारी उत्सुकता दिखी। लेकिन इस बीच भारी संख्या में मौजूद लोग वहां यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव व बसपा सुप्रीमो मायावती का नाम भी लेते रहे।

जी हां मंगलवार की सुबह 06:10 मिनट पर से शुरू हुए शाही स्नान धीरे-धीरे अपने पूरे मौज में था कि इसी बीच पहले से ही तय समय के अनुसार दिन के 10:00 बजे श्रद्दालुओं पर पुष्प वर्षा कराने का प्रशासन ने इंतजाम कर दिया। नीले रंग के हेलीकाप्टर से भक्तों पर गेंदे और गुलाब की पंखुडियां बरसाईं जा रही थी। इधर संगम में डुबकी उधर आकाश से फूलों की वर्षा लोगों के मन को छू लेने वाली थी। हेलीकाप्टर की गड़गड़ाहट भरी आवाज और बरसते फूलों के बीच बहुत से लोगों ने अखिलेश यादव और मायावती को सबक लेने की सलाह देते हुए आवाज देना शुरू कर दिया। जोर आवाज में लोग चिल्लाते रहे, अखिलेश और मायावती आप भी देख लो इसे सम्मान कहते हैं। ये योगी की सरकार है जो भक्ततों पर फूलों की वर्षा करा रही है।

कुंभ से लोगों के मन में उतरना चाहती है भाजपा सरकार

ऐसा माना जा रहा है कि कुंभ में देश भर से आ रहे लोगों को भाजपा की सरकार ये संदेश देना चाह रही है कि विकास और व्यवस्था बीजेपी के राज में ही सर्वोपरि है। यही कारण है कि कुंभ के लिए सरकार ने अब तक 4500 करोड़ रूपये का बजट पास किया है। शहर को भी पूरा तरह से बदल दिया गया है। ताकि कुंभ में पहुंच रहे करोड़ों लोगों के जरिए सरकार को लेकर पाजिटिव संदेश दिया जा सके।

माया-अखिलेश दोनों ने मिलाया है हाथ

जहां भी मौका मिल रहा भाजपा की सरकार कहीं भी हिंदुत्व कार्ड खेलने में कसर नहीं छोड़ रही है। इसी को देखते हुए तीन दिन पहले सपा-बसपा ने एक साथ आकर लोकसभा चुनाव लड़ने का ऐलान भी कर दिय़ा है। लेकिन देखना होगा की आने वाले वक्त में जनता किसे अपनाती है।