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उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग के उस शख्स की कहानी, जिसने रिकार्ड 10 महीने में ही निकाल दिया यूपी PCS का रिजल्ट

उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग यानी UPPSC के चेयरमैन संजय श्रीनेत ने 18 मई 2021 को अपना कार्यभार ग्रहण किया था। कार्यभार संभालने के बाद उन्होंने कहा था कि UPPSC में अब पारदर्शी कार्यप्रणाली लागू की जाएगी। सभी भर्तियों को तेजी से संपन्न कराया जाएगा। उन्होंने UPPCS 2022 का रिजल्ट सिर्फ 10 महीने में निकालकर यह बता दिया कि अगर स्ट्रांग विलपॉवर हो तो कठिन से कठिन काम को भी आसान किया जा सकता है।

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श्रीनेत ने अपने सर्विस टेन्योर में 4 हजार करोड़ से अधिक की संपत्तियों को जब्त किया। लगभग 100 करोड़ से अधिक के टैक्स चोरी और तस्करी के मामलों को पकड़ा है।

आइए अब आपको बताते हैं कि संजय श्रीनेत कौन हैं?


संजय श्रीनेत भारतीय राजस्व सेवा यानी IRS के 1993 बैच के अधिकारी हैं। प्रवर्तन निदेशालय में नार्दन रीजन के स्पेशल डायरेक्टर के पद से रिटायर होने के बाद उनको UPPSC का चेयरमैन बनाया गया था।


संजय श्रीनेत लखनऊ के काल्विन ताल्लुकेदार्स कालेज से 12 वीं तक की पढ़ाई की। उसके बाद उन्होंने इलाहाबाद विश्वविद्यालय व जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय यानी JNU से हायर एजुकेशन में पढ़ाई की।


श्रीनेत ने अपने सर्विस टेन्योर में 4 हजार करोड़ से अधिक की संपत्तियों को जब्त किया। लगभग 100 करोड़ से अधिक के टैक्स चोरी और तस्करी के मामलों को पकड़ा। उन्होंने प्रतिष्ठित नेशनल डिफेंस कॉलेज यानी NDC से एमफिल किया है। भारतीय राजस्व विभाग में सेलेक्ट होने के बाद वह 2005 से 2009 तक फर्स्ट सेक्रेटरी भारतीय हाई कमीशन लंदन में तैनात थे।


साल 2009 से 2014 तक डायरेक्टरेट ऑफ रेवेन्यू इंटेलिजेंस राजस्थान के प्रभारी रहे और 2015 से 2020 तक ईडी के नॉर्दन रीजन के स्पेशल डायरेक्टर थे।

संजय श्रीनेत को राष्ट्रपति ने उत्कृष्ट सेवाओं के लिए 2010 में गणतंत्र दिवस पर प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया था। केंद्र सरकार के लिए अत्यधिक रेवेन्यू जुटाने पर 1998 में सम्मान पत्र भी दिया गया था।


ब्रिटेन में भारतीय हाई कमीशन में फर्स्ट सेक्रेटरी बिजनेस के पद पर नियुक्ति के दौरान संजय श्रीनेत अनेक यूरोपीय देशों के प्रभारी रहे। इस दौरान उन्हेंं इंटरनेशनल इकोनॉमिक ऑफेंस और नशीले पदार्थों की तस्करी के अर्थतंत्र का बड़े स्तर पर भंडाफोड़ किया।

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वह इकोनॉमिक करप्शन, तस्करी और मनी लॉन्ड्रिग से संबंधित कई मामलों में सख्त कार्रवाई करने से चर्चा में आए।