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बाहुबली मुख्तार अंसारी मामले में इलाहाबाद हाईकोर्ट के जज ने खुद को सुनवाई से किया अलग, जानिए वजह

अब मुख्तार अंसारी मामले को चीफ जस्टिस को रेफर कर दिया गया है और सुनवाई के लिए बेंच गठित करने के लिए सिफारिश की है। यह मामला बाहुबली मुख्तार अंसारी की सिफारिश पर चार लोगों को शस्त्र लाइसेंस दिए जाने का है। यूपी में विधायक रहते हुए बाहुबली मुख्तार अंसारी ने लेटर पैड पर लिखकर चार लोगों को शास्त्र लाइसेंस दिलाने को लेकर सिफारिश की थी।

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बाहुबली मुख्तार अंसारी मामले में इलाहाबाद हाईकोर्ट के जज ने खुद को सुनवाई से किया अलग, जानिए वजह

बाहुबली मुख्तार अंसारी मामले में इलाहाबाद हाईकोर्ट के जज ने खुद को सुनवाई से किया अलग, जानिए वजह

प्रयागराज: इलाहाबाद हाईकोर्ट में बाहुबली मुख्तार अंसारी के मामले में सुनवाई हो रही है। लेकिन अब इस मामले में इलाहाबाद हाईकोर्ट के जज ने खुद को सुनवाई से अलग कर लिया है। इस मामले में जस्टिस राजीव गुप्ता ने खुद को सुनवाई से अलग किया है। अब मुख्तार अंसारी मामले को चीफ जस्टिस को रेफर कर दिया गया है और सुनवाई के लिए बेंच गठित करने के लिए सिफारिश की है। यह मामला बाहुबली मुख्तार अंसारी की सिफारिश पर चार लोगों को शस्त्र लाइसेंस दिए जाने का है।

यूपी में विधायक रहते हुए बाहुबली मुख्तार अंसारी ने लेटर पैड पर लिखकर चार लोगों को शास्त्र लाइसेंस दिलाने को लेकर सिफारिश की थी। इसी मामले में मुख्तार ने अनवर, सलीम, इसराईल और शाह आलम के सिफारिश में लेटर लिखा था। जब कई साल के बाद इसकी जांच हुई तो जांच में सभी के पते फर्जी पाए गए थे। इसी मामले में चार सदस्यों और बाहुबली मुख्तार अंसारी के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था।

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पांच जनवरी 2020 को सभी आरोपियों के खिलाफ यूपी के मऊ के दक्षिण टोला थाने में मुकदमा दर्ज किया गया था। अब इस मामले से जुड़ी सुनवाई से इलाहाबाद हाईकोर्ट के जज ने खुद को अलग कर लिया है और उन्होंने चीफ जस्टिस से मामले की सुनवाई के लिए कोई नई बेंच गठित किए जाने की सिफारिश की है।

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