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महंत नृत्य गोपाल दास के समर्थन में उतरा किन्नर अखाड़ा , कहा ट्रस्ट में शामिल न किया गया तो दिखाएंगे अपनी ताकत

किन्नर अखाड़ा की मांग है मंहत पर जल्द हो विचार

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Kinnar akhada demands Mahant nritya Gopal Das to be included in trust

महंत नृत्य गोपाल दास के समर्थन में उतरा किन्नर अखाड़ा , कहा ट्रस्ट में शामिल न किया गया तो दिखाएंगे अपनी ताकत

प्रयागराज | दशकों पुरानी कानूनी लड़ाई जीत कर भले ही राम मंदिर निर्माण की कवायद शुरू हो गई हो। लेकिन तकरार अभी समाप्त नहीं हुई है। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद श्री राम मंदिर निर्माण के लिए बनाए गए ट्रस्ट में शामिल किए गए संतो को लेकर विवाद बढ़ता जा रहा है। अब जूना अखाड़े से जुड़े किन्नर अखाड़े की आचार्य महामंडलेश्वर लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी ने अपनी आवाज बुलंद की है । आचार्य महामंडलेश्वर लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी ने श्री राम जन्मभूमि तीर्थ ट्रस्ट में श्री राम जन्मभूमि न्यास के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास को शामिल किए जाने की मांग की है।


किन्नर संत ने कहा है की श्री राम जन्मभूमि आंदोलन में महंत नृत्य गोपाल दास के योगदान को भुलाया नहीं जा सकता है। ट्रस्ट में उन्हें शामिल न किया जाना दुर्भाग्यपूर्ण है । अगर उनकीअपेक्षा हुई तो किन्नर अखाड़ा सहन नहीं करेगा। उन्होंने चेतावनी दी कि दिल्ली में होने वाली पहली बैठक में नित्य गोपालदास पर सकारात्मक विचार नहीं किया गया तो किन्नर अखाड़ा अपनी ताकत दिखाएगा। आचार्य महामंडलेश्वर लक्ष्मीनारायण त्रिपाठी ने मीडिया से बातचीत में कहा है कि ट्रस्ट में महंत नृत्य गोपाल दास को नहीं रखने से प्रतीत हो रहा है कि उनके योगदान की अनदेखी की जा रही है। जबकि आंदोलन में महत्वपूर्ण भूमिका उन्होंने निभाई थी।


उनकी भूमिका महत्वपूर्ण है इस कारण वह चाहती है कि महंत नृत्य गोपाल दास को ट्रस्ट में शामिल किया जाए। हालांकि उन्होंने यह भी कहा है कि ट्रस्ट के सदस्य जगतगुरु स्वामी वासुदेवानंद सरस्वती इस दिशा में प्रयासरत है। यह प्रयास जल्द ही सफल होने की उन्होंने उम्मीद जताते हुए कहा कि 9 सदस्यों को अन्य सदस्यों के चयन का भी अधिकार दिया गया है। ऐसे में जल्द ही नृत्य गोपाल दास ट्रस्ट में शामिल किए जा सकते हैं। आचार्य महामंडलेश्वर में कहा कि मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम ने जिस तरह आपने कर्मों से खुद को आदर्श पुरुष के रूप में स्थापित किया था। उसी तरह उनके मंदिर को ऐसा बनाया जाए। जिससे पूरी दुनिया में वह मंदिर आदर्श प्रतीत हो ।