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महाकुंभ में पहले अमृत स्नान पर नागा साधु समेत 6 श्रद्धालुओं की मौत, बड़ी वजह आई सामने 

Mahakumbh 2025: महाकुंभ का पहला अमृत स्नान 14 जनवरी को था। इस दिन भारी संख्या में श्रद्धालु स्नान करने के लिए संगम पहुंचे। ठंड की वजह से कई श्रद्धालु बेहोश हुए तो कई की मौत हो गई।

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Heart attack

Mahakumbh 2025: महाकुंभ के दूसरे महापर्व और पहले अमृत स्नान मकर संक्रांति पर भीषण सर्दी ने श्रद्धालुओं के लिए मुश्किलें बढ़ा दी हैं। मंगलवार को हार्ट अटैक और ठंड लगने से छह श्रद्धालुओं की मौत हो गई। मृतकों में पांच श्रद्धालु और एक नागा संन्यासी शामिल हैं, जो ब्रह्मलीन हो गए। इसके अलावा, अमृत स्नान के दौरान संगम नोज पर ठंड लगने से तीन श्रद्धालु बेहोश हो गए। इन सभी को एंबुलेंस के जरिए तुरंत केंद्रीय अस्पताल पहुंचाया गया।

सुबह से देर रात तक मेले के केंद्रीय अस्पताल में कुल 4076 मरीज ओपीडी में आए, जिनमें से 245 को भर्ती करना पड़ा। इनमें 14 मरीजों को आईसीयू में भर्ती किया गया। वहीं, मेले में संचालित अन्य अस्पतालों में कुल 12411 मरीज ओपीडी में इलाज के लिए पहुंचे।

अस्पताल में आने से पहले 3 की मौत

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, मंगलवार को झूंसी में एम्स रायबरेली द्वारा संचालित 25 बिस्तरों वाले अस्पताल में तीन मरीजों की मौत अस्पताल पहुंचने से पहले ही हो गई। इनमें 78 वर्षीय कीर्ति चंदेल, 65 वर्षीय महेश काले और कोटा, राजस्थान के 60 वर्षीय सुदर्शन शामिल हैं। वहीं, एसआरएन अस्पताल पहुंचने से पहले मुंबई के 48 वर्षीय चेतन सांघवी और 70 वर्षीय नागा संन्यासी ब्रह्मलीन हो गए। इसके अलावा, केंद्रीय अस्पताल में कोलकाता के अशित घोष का भी निधन हो गया। डॉक्टरों का मानना है कि इन मरीजों की मौत का कारण हार्ट अटैक और सर्दी लगने की संभावना है। महाकुंभ मेले में अब तक कुल 10 श्रद्धालुओं की मौत हो चुकी है।

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मेला क्षेत्र में पुलिसकर्मी भी हो रहे बीमार

डॉक्टरों के अनुसार, मेले में आने वाले मरीजों में 90 प्रतिशत हार्ट अटैक से पीड़ित हैं। इसके अलावा, जिन लोगों की नियमित दवाएं चल रही थीं, उनके दवा बंद होने के कारण भी वे परेशानी में आ रहे हैं। अस्पताल में पौष पूर्णिमा और मकर संक्रांति के दौरान लगभग 323 पुलिसकर्मी भी इलाज के लिए पहुंचे हैं। आंकड़ों के मुताबिक, 8 से 14 जनवरी तक अस्पतालों में लगभग 26,000 मरीज ओपीडी में इलाज कराने आए हैं, जो इस दौरान भीषण सर्दी और अन्य स्वास्थ्य समस्याओं की गंभीरता को दर्शाता है।

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अमृत स्नान के दौरान तीन श्रद्धालु हुए बेहोश

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, केंद्रीय अस्पताल के आईसीयू में महानिर्वाणी अखाड़ा के संत ईशान गिरि और जूना अखाड़ा के महंत तारा गिरि का हार्ट अटैक के बाद डॉ. सिद्धार्थ पांडेय की देखरेख में इलाज किया गया। मंगलवार को शोभायात्रा के दौरान महंत अजय गिरि अचानक बेहोश हो गए, जिसके बाद उनके शिष्य उन्हें तुरंत एंबुलेंस से अस्पताल ले गए। सेक्टर पांच में कल्पवास कर रहे फरीदाबाद के 60 वर्षीय अमर नाथ को भी हार्ट अटैक होने पर केंद्रीय अस्पताल में भर्ती किया गया। डॉक्टरों ने बताया कि अमरनाथ की पहले बाईपास सर्जरी हो चुकी है। इसके अलावा, केंद्रीय अस्पताल में शिशुओं को ठंड लगने के कारण भर्ती किया गया, जिससे मौजूदा सर्दी का असर स्पष्ट हो रहा है।