8 दिसंबर 2025,

सोमवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

Mahakumbh No Vehicle: प्रयागराज: महाकुंभ मेला क्षेत्र बना फिर No Vehicle Zone,जानें नया प्लान

No Vehicle Zone: 15 और 16 फरवरी को पूरे महाकुंभ मेला क्षेत्र में वाहनों की एंट्री पर पूर्ण प्रतिबंध यात्रियों को वैकल्पिक साधनों का उपयोग करने की सलाह।

3 min read
Google source verification
शनिवार-रविवार को भारी भीड़ की आशंका के चलते प्रशासन का बड़ा फैसला

शनिवार-रविवार को भारी भीड़ की आशंका के चलते प्रशासन का बड़ा फैसला

Mahakumbh No Vehicle Zone: प्रयागराज में महाकुंभ मेला क्षेत्र को 15 और 16 फरवरी को पूर्ण रूप से No Vehicle Zone घोषित कर दिया गया है। प्रशासन ने यह निर्णय शनिवार और रविवार को अनुमानित भारी भीड़ को ध्यान में रखते हुए लिया है। इस दौरान किसी भी वाहन को प्रवेश की अनुमति नहीं होगी, यहां तक कि पास धारक वाहनों को भी नजदीकी पार्किंग में डाइवर्ट किया जाएगा। श्रद्धालुओं को प्रशासन द्वारा सुझाए गए वैकल्पिक परिवहन साधनों का उपयोग करने की सलाह दी गई है।

यह भी पढ़ें: जलवायु सम्मेलन में शामिल होंगे 450 धर्मगुरु, मुख्यमंत्री योगी करेंगे शुभारंभ, 16 फरवरी को होगा आयोजन

No Vehicle Zone घोषित होने के पीछे मुख्य कारण

  • भीड़ नियंत्रण: महाकुंभ में हर दिन लाखों श्रद्धालु आते हैं, लेकिन शनिवार और रविवार को श्रद्धालुओं की संख्या दोगुनी होने की संभावना है।
  • यातायात व्यवस्था: वाहनों की संख्या बढ़ने से मुख्य स्नान घाटों और मेला क्षेत्र में जाम की स्थिति बन सकती थी।
  • आगामी महत्वपूर्ण तिथियां: 16 फरवरी के बाद शाही स्नान और अन्य धार्मिक अनुष्ठान होने हैं, जिनके लिए कुंभ क्षेत्र को व्यवस्थित रखना आवश्यक है।
  • आपातकालीन सेवाएं: एंबुलेंस, दमकल और अन्य आपातकालीन सेवाओं को आसानी से आवागमन के लिए रास्ता देने के उद्देश्य से यह निर्णय लिया गया है।

किन वाहनों को मिलेगी छूट?

  • आपातकालीन सेवाएं – एंबुलेंस, दमकल और पुलिस के वाहन प्रतिबंध से मुक्त रहेंगे।
  • मीडियाकर्मी वाहन – कुछ अधिकृत मीडियाकर्मियों को विशेष अनुमति दी जा सकती है।
  • विशेष पासधारी वाहन – लेकिन इन्हें भी मुख्य मेले तक नहीं जाने दिया जाएगा, बल्कि निर्धारित पार्किंग स्थलों पर ही रोका जाएगा।

श्रद्धालुओं के लिए प्रशासन की गाइडलाइन

  • मेला क्षेत्र में केवल पैदल, साइकिल और बैटरी चालित ई-रिक्शा को अनुमति दी जाएगी।
  • सभी श्रद्धालुओं से निर्धारित पार्किंग स्थलों पर अपने वाहन खड़े करने और पैदल या सार्वजनिक साधनों से मेला क्षेत्र में प्रवेश करने की अपील की गई है।
  • रेलवे और बस स्टेशनों से श्रद्धालुओं को सीधे कुंभ क्षेत्र तक पहुंचाने के लिए शटल बस सेवाएं उपलब्ध कराई जाएंगी।
  • मेला क्षेत्र के अलग-अलग हिस्सों में गंगा घाटों तक विशेष बैटरी ऑपरेटेड रिक्शा सेवा चालू की जाएगी।
  • प्रवेश और निकास के लिए अलग-अलग मार्ग निर्धारित किए गए हैं, जिससे भीड़ का दबाव संतुलित रहेगा।

यह भी पढ़ें: महाकुंभ के आयोजन में यूपी सरकार ने किए 1500 करोड़ रुपये खर्च, CM Yogi ने किया बड़ा खुलासा

कुंभ क्षेत्र में प्रवेश के लिए नए ट्रैफिक रूट प्लान

प्रशासन ने श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए नए ट्रैफिक डायवर्जन प्लान को लागू किया है:

  • संगम नोज, अरैल, दारागंज और झूसी मार्गों को विशेष रूप से पैदल यात्रियों के लिए आरक्षित किया गया है।
  • बाहरी जिलों से आने वाले वाहनों को प्रयागराज सीमा पर बने पार्किंग स्थलों पर रोका जाएगा।
  • स्पेशल शटल बस सेवाओं का संचालन रेलवे और बस स्टेशनों से किया जाएगा।
  • प्रमुख मार्गों पर सीसीटीवी कैमरे और ड्रोन कैमरों से निगरानी की जाएगी।

यह भी पढ़ें: लखनऊ के रास्ते अयोध्या, सीतापुर और दिल्ली का सफर हुआ आसान, 20 लाख को राहत, जानें कैसे

प्रशासन ने श्रद्धालुओं से की अपील

प्रशासन ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे मेला क्षेत्र में अपनी यात्रा की योजना पहले से बनाएं और प्रशासन द्वारा उपलब्ध कराए गए वैकल्पिक साधनों का उपयोग करें। किसी भी आपातकालीन स्थिति में श्रद्धालु प्रशासनिक हेल्पलाइन नंबरों पर संपर्क कर सकते हैं।