
पीसीएस ऑफिसर ज्योति मौर्य और उनके पति आलोक
PCS Jyoti Maurya: सोशल मीडिया में कुछ दिनों पहले चर्चा में रही पीसीएस ऑफिसर ज्योति मौर्य के खिलाफ अवैध रूप से लेनदेन के मामले में जांच कमेटी ने छानबीन की रफ्तार तेज कर दी है। गुरुवार को लखनऊ में जांच कमेटी में शामिल एडीएम प्रशासन हर्षदेव पांडेय ने पीसीएस ऑफिसर ज्योति मौर्य के खिलाफ जांच शुरू की। दूसरी तरफ ज्योति मौर्य के छह बैंक खातों की डिटेल भी मांगी गई है। बता दें, जांच कमेटी ने ज्योति और उनके पति आलोक मौर्य को बयान दर्ज कराने के लिए नोटिस भेजा है।
15 दिनों में जांच रिपोर्ट सौंप दी जाएगी
आलोक से आरोपों को लेकर सबूत भी मांगे गए हैं। प्रदेश सरकार की ओर से निर्देश दिए गए हैं कि 15 दिन में ज्योति मौर्य के खिलाफ जांच पूरी कर रिपोर्ट सौंप दी जाए। पति आलोक मौर्य ने ज्योति पर उनके पद का गलत उपयोग करते हुए अवैध कमाई का आरोप लगाया है। शासन स्तर पर नियुक्ति विभाग ने मामले में मंडलायुक्त विजय विश्वास पंत को जांच सौंप दी। मंडलायुक्त ने अपर आयुक्त प्रशासन अमृतलाल बिंद की अध्यक्षता में एडीएम प्रशासन हर्षदेव पांडेय, एसीएम प्रथम जयजीत कौर की कमेटी गठित की है।
32 पन्नों में 33 करोड़ का जिक्र
कमेटी की बैठक में पति आलोक मौर्य की ओर से किए गए शिकायत का अध्ययन किया गया था। शिकायती पत्र के साथ आलोक ने उस डायरी के 32 पेज का फोटो स्टेट भी संलग्न किया है, जिसमें लेनदेन का उल्लेख है। इन पन्नों पर कुल 33 करोड़ रुपये के लेनदेन का जिक्र है। इसी बैठक में जांच की दिशा तय हुई थी और तेजी से छानबीन करने को लेकर रणनीति बनाई गई थी। उसी रणनीति के तहत एडीएम प्रशासन गुरुवार सुबह ही लखनऊ रवाना हो गए। वहां पर उन्होंने कई विभागों के कार्यालयों से कई दस्तावेज इकट्ठा किए तो कुछ विभागीय लोगों से पूछताछ की।
आलोक और ज्योति को नोटिस भेजकर बुलाया गया
निलंबित होमगार्ड कमांडेंट मनीष दुबे को लेकर भी एडीएम प्रशासन ने लखनऊ में जानकारी जुटाई। शाम को चार होटलों से भी ब्योरा तलब किया, जिसमें कुछ माह पहले ज्योति और मनीष ठहरे थे। दूसरी ओर कमेटी ने आलोक और ज्योति को नोटिस भेजकर बयान दर्ज कराने के लिए प्रयागराज बुलाया है।
Published on:
04 Aug 2023 09:30 am
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