
UP Electricity: उत्तर प्रदेश में बिजली निगम के अधिकारियों और कर्मचारियों में निजीकरण को लेकर भारी नाराजगी है। शनिवार को ठेका कर्मचारियों ने अपनी तीन प्रमुख मांगों को लेकर सामूहिक रूप से करीब 500 इस्तीफे दे दिए। कोसीकलां में कर्मचारियों ने काम बंद कर धरना प्रदर्शन भी किया और अधिकारियों के खिलाफ नारेबाजी की।
निगम में अप्रैल से एप के माध्यम से ऑनलाइन हाजिरी लगाने की व्यवस्था लागू कर दी गई है, जिससे कर्मचारियों में और ज्यादा गुस्सा है। कर्मचारी संगठनों ने बायोमैट्रिक हाजिरी समेत कई मांगों को लेकर पहले भी अधिकारियों को ज्ञापन सौंपा था, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई।
बिजली निगम में निजीकरण और नई व्यवस्थाओं के विरोध में शहरी और देहात क्षेत्र के सैकड़ों ठेका कर्मियों ने सामूहिक रूप से इस्तीफा दे दिया है। कोसीकलां में एक्सईएन कार्यालय के सामने कर्मचारियों ने काम बंद कर धरना दिया। उपखंड अधिकारी ने कर्मचारियों को समझाने की कोशिश की, लेकिन वे नहीं माने। इसके बाद छाता मंडल के 269 संविदाकर्मियों ने एक साथ इस्तीफा सौंप दिया।
प्रदर्शन में कोसी देहात, कोटवन, छाता, धानौता, पैगांव, फालैन, चौमुहा, नौगांव और दलौता समेत कई उपकेंद्रों के संविदाकर्मी शामिल रहे। इसी तरह गोवर्धन क्षेत्र में भी कर्मचारियों ने प्रदर्शन किया। यहां गोवर्धन, आन्यौर, राधाकुंड और गांठौली उपकेंद्रों पर कार्यरत 110 संविदाकर्मियों ने सामूहिक इस्तीफा दिया।
Published on:
26 Apr 2025 10:18 pm
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