27 दिसंबर 2025,

शनिवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

प्रयागराज धर्मांतरण मामला: झारखंड और केरल में पुलिस की छापेमारी, ताज मोहम्मद की तलाश जारी

उत्तर प्रदेश के प्रयागराज जिले में एक नाबालिग दलित लड़की के अपहरण और जबरन धर्मांतरण के मामले में पुलिस ने  एक बड़े आतंकी नेटवर्क का पर्दाफाश करने का दावा किया है।

2 min read
Google source verification
change religion

change religion

उत्तर प्रदेश के प्रयागराज जिले में एक नाबालिग दलित लड़की के अपहरण और जबरन धर्मांतरण के मामले में पुलिस ने  एक बड़े आतंकी नेटवर्क का पर्दाफाश करने का दावा किया है।  इस मामले में पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जबकि मुख्य आरोपी ताज मोहम्मद की तलाश में झारखंड और केरल में कई छापेमारी की जा रही है।

जबरन इस्लाम कबूल करने का डाला दबाव

पुलिस के मुताबिक,  8 मई 2025 को फूलपुर क्षेत्र की एक 15 वर्षीय दलित लड़की को 19 वर्षीय दरकशा  बानो और 25 वर्षीय मोहम्मद कैफ ने बहला-फुसलाकर अपहरण किया था। दोनों आरोपी उसी गांव के रहने वाले हैं।पुलिस के मुताबिक, लड़की को पहले प्रयागराज जंक्शन ले जाया गया, जहां मोहम्मद कैफ ने कथित तौर पर उसके साथ छेड़छाड़ भी की। इसके बाद, दरकशा बानो लड़की को दिल्ली और फिर केरल के त्रिशूर ले गई, जहां उसे जबरन इस्लाम कबूल करने और जिहादी गतिविधियों में शामिल होने के लिए दबाव डाला गया।

अपहरणकर्ताओं के चंगुल से भागकर त्रिशूर रेलवे स्टेशन पहुंची

लड़की ने किसी तरह अपने अपहरणकर्ताओं के चंगुल से भागकर त्रिशूर रेलवे स्टेशन पहुंची, जहां रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स  ने उसकी मदद की और प्रयागराज पुलिस को सूचित किया।  प्रयागराज पुलिस लड़की को रेस्क्यू किया जिसके बाद से उसे वन स्टॉप सेंटर में रखा गया है। मां की शिकायत पर 28 जून को मामला दर्ज होने के बाद, पुलिस ने कहकशा बानो और मोहम्मद कैफ को गिरफ्तार कर लिया।

प्रयागराज पुलिस के डीसीपी (गंगा नगर) कुलदीप सिंह गुनावत ने बताया कि लड़की ने अपने बयान में इस नेटवर्क में अन्य लड़कियों के शामिल होने की आशंका जताई है, जो उत्तर प्रदेश, दिल्ली और केरल में सक्रिय एक अंतरराज्यीय गिरोह का हिस्सा हो सकता है। 

पुलिस के मुताबिक ताज मोहम्मद, जिसे दरकशा  बानो ने यात्रा के दौरान कई बार फोन किया था, त्रिशूर में हो सकता है। केरल पुलिस ने उसकी तलाश शुरू कर दी है, और प्रयागराज पुलिस ने अपनी प्रारंभिक जांच से जुटाए सबूत केरल पुलिस को सौंप दिए हैं।

एटीएस भी हुई एक्टिव

इस मामले में आतंकी प्रशिक्षण से संबंधित जानकारी सामने आने के बाद, प्रयागराज पुलिस का आतंकवाद निरोधी दस्ता (ATS) भी जांच में शामिल हो गया है। एटीएस  ने पीड़िता का बयान लिया है और आरोपियों से पूछताछ कर रही है। पुलिस का मानना है कि यह नेटवर्क गरीब और दलित लड़कियों को निशाना बनाकर उन्हें धर्मांतरण और आतंकी गतिविधियों के लिए उकसाने का काम करता है।

झारखंड और केरल में कई स्थानों पर छापेमारी शुरू

प्रयागराज पुलिस ने ताज मोहम्मद को पकड़ने के लिए झारखंड और केरल में कई स्थानों पर छापेमारी शुरू की है। पुलिस को संदेह है कि यह नेटवर्क केवल धर्मांतरण तक सीमित नहीं है, बल्कि यह आतंकी गतिविधियों के लिए युवाओं को तैयार करने का एक संगठित प्रयास हो सकता है। 

जांच में अन्य संदिग्धों से भी पूछताछ की जा रही है, और पुलिस ने नागरिकों से इस तरह के मामलों की सूचना देने की अपील की है।