
प्रयागराज। महाकुंभ 2025 की तैयारियां विभाग ने तेज कर दी है। इसी क्रम में सबसे महत्वपूर्ण योजना इनर रिंग रोड का काम 10 दिन की भीतर शुरू कर दिया जाएगा। सहसों से मिर्जापुर रोड तक मैपिंग का काम पूरा कर लिया गया है। 65 किलोमीटर की इस परियोजना का पहले चरण का कार्य महाकुंभ 2025 से पहले पूरा होगा। अफसर का कहना है कि 30 किलोमीटर लंबी इनर रिंग रोड का कार्य अलग-अलग हिस्सों में कराया जाएगा। करछना से लेकर फूलपुर तक बनने वाले गंगा नदी के पुल की भी तैयारियां शुरू कर दी गई है। इनररिंग रोड के पहले चरण में करछना के लवायन कला गांव के पास से इस काम की शुरुआत होगी। एनएचएआई ने परियोजना के प्रथम चरण को तीन भागों में बांटा है। सहसों से ओल्ड जीटी तक 15 किमी और इसके बाद वाले हिस्से मेंं 7.50 किमी लंबी इनर रिंग रोड के लिए टेंडर प्रक्रिया पूरी हो चुकी है।
4000 किसानों से ली गई है जमीन
इनर रिंग रोड के कार्य के लिए 45 गांव के 4000 से अधिक किसानों की जमीन को सरकार ने अधिग्रहित की है। अधिकांश लोगों के मुआवजे का भुगतान भी कर दिया गया है। कुछ लोगों के मामले न्यायालय में लंबित होने के कारण अभी तक भुगतान नहीं किया गया है। रीवा रोड से ओल्ड जीटी रोड पर महुआरी, लवाइन कला होते हुए अंदावा के रास्ते इस रिंग रोड को आगे ले जाकर सहसों के पास एनएच-2 से मिला दिया जाएगा। नैनी लवायन कला और ओल्ड जीटी रोड से इनर रिंग रोड के निर्माण कार्य को शुरू करने की तैयारी है।
इनर रिंग रोड से यमुनापार का होगा विकास
प्रयागराज के यमुना पार क्षेत्र में बनने वाले इनर रिंग रोड से सबसे ज्यादा विकास यहां के किसानों का होगा। उनके पास रोजगार के साधन उपलब्ध हो जाएंगे। साथ ही बाजार को भी रफ्तार मिलेगी। दुकानदारों का कहना है कि रिंग रोड बनने से सामानों की बिक्री ज्यादा होगी।
Published on:
01 Dec 2023 08:42 am
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