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नॉर्थ ईस्ट एक्सप्रेस में टीटीई ने जवानों से कहा जनरल बोगी में जाएं, यात्रियों ने दी अपनी सीट

नॉर्थ ईस्ट एक्सप्रेस ट्रेन में एक टीटीई ने सेना के जवानों से कहा कि वे रिजर्व कोच छोड़कर जनरल बोगी में चले जाएं। यह सुनकर बाकी यात्री नाराज हो गए और उन्होंने जवानों के समर्थन में अपनी-अपनी सीट दे दी।

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नॉर्थ ईस्ट एक्सप्रेस ट्रेन में एक टीटीई ने सेना के जवानों से कहा कि वे रिजर्व कोच छोड़कर जनरल बोगी में चले जाएं। यह सुनकर बाकी यात्री नाराज हो गए और उन्होंने जवानों के समर्थन में अपनी-अपनी सीट दे दी।

यात्रियों ने दी अपनी सीट

यात्रियों का कहना था कि जो लोग देश की सुरक्षा करते हैं, उन्हें ट्रेन में सम्मान मिलना चाहिए न कि इस तरह की परेशानी। इस भावनात्मक पल का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसे लोग खूब सराह रहे हैं।

ऑपरेशन सिंदूर की वजह से सेना के कई जवानों की छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं। अब उन्हें इमरजेंसी ड्यूटी पर वापस लौटना पड़ रहा है। ऐसे में जो भी ट्रेन मिल रही है, जवान उसी में सफर कर रहे हैं।

तीन दर्जन जवान ड्यूटी पर जा रहे थे जवान

मंगलवार को नॉर्थ ईस्ट एक्सप्रेस के एसी थ्री टियर कोच में करीब तीन दर्जन जवान ड्यूटी पर जा रहे थे। लेकिन सीट न मिलने की वजह से ज्यादातर जवान शौचालय के पास कोच सहायक वाली जगह पर बैठे थे। कुछ को तो खड़े होकर ही सफर करना पड़ा। जवानों की ये स्थिति देख बाकी यात्री भावुक हो गए और कई लोगों ने उन्हें अपनी सीट दे दी।

सीट न मिलने पर वे शौचालय के पास बैठ गए

नॉर्थ ईस्ट एक्सप्रेस में ड्यूटी पर जा रहे जवानों को टीटीई ने जनरल बोगी में जाने को कहा। यह देख ट्रेन में मौजूद कुछ यात्रियों ने विरोध किया। वाराणसी के बिमल सक्सेना ने इसका वीडियो बनाकर रेल मंत्री और डीआरएम प्रयागराज को भेजा। बिमल ने बताया कि कानपुर और फतेहपुर से कई जवान ट्रेन में सवार हुए जिन्हें गुवाहाटी जाना था। सीट न मिलने पर वे शौचालय के पास बैठ गए। यात्रियों ने कहा कि जब उन्हें कोई दिक्कत नहीं है, तो जवानों को क्यों हटाया जा रहा है।

शिकायत के बाद बिमल को फोन आया लेकिन उन्होंने टीटीई के खिलाफ कार्रवाई से मना कर दिया। बाद में यात्रियों और रेलकर्मियों की मदद से जवानों को सीट मिल गई। बताया गया कि एक जवान की 18 मई को शादी थी लेकिन इमरजेंसी ड्यूटी के कारण वह शादी टालकर देश सेवा के लिए निकल पड़ा।