
UPPSC Protest in Prayagraj: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में यूपीपीसीएस के आरओ/एआरओ एग्जाम को दो दिन कराने के विरोध में हजारों छात्र सड़क पर उतरे आए हैं। 11 नवंबर से छात्रों का जबरदस्त प्रदर्शन जारी है और यह देर रात तक भी बंद नहीं हुआ। छात्रों का कहना है कि जब तक आयोग इस फैसले को वापस नहीं लेता तब तक यह प्रदर्शन जारी रहेगा। इसी बीच, यूपी डीएसपी अंजलि कटारिया ने इस मामले को लेकर सोशल मीडिया पर पोस्ट किया है।
सरकारी पद पर तैनात डीएसपी अंजलि कटारिया ने 11 नवंबर को छात्रों के प्रदर्शन का वीडियो शेयर करते हुए लिखा, "मैं 8 वर्ष अभ्यर्थी रही हूं और आपका दर्द भली भांति समझती हूं। चाहे 2022 से ऑप्शनल हटा हो या 2018 से UPSC पैटर्न आया हो, UPPSC ने अभ्यर्थियों का तर्क माना है। इसलिए शांति और सम्मान से अपना तर्क रखें। आप अधिकारी हेतु प्रयासरत हैं ऐसे अराजकता का परिचय न दें। जैसे ही यह पोस्ट सामने आया इस पर हजारों रीपोस्ट होने लगे और कई कमेंट सामने आए।
एक कमेंट शिखा राजपूत नाम की यूजर आईडी से आया था और लिखा था, "मैडम कृपया हमारा सहयोग करें। हम दंगाई नहीं है, अपने अधिकार के लिए सड़कों पर हैं। हमें कोई शौक नहीं अपनी पढ़ाई छोड़कर सड़कों पर आंदोलन करने की। हमारी मनःस्थिति को समझे, हमें सकारात्मक परिणाम की उम्मीद है।" इस पर डीएसपी ने जवाब दिया, "मैं तो UPPCS चयन के आठ वर्ष बाद आज भी अभ्यर्थियों के बीच रहती हूं और उनकी भरसक मदद करती हूं। आपकी मांग जायज है लेकिन आप उचित माध्यम से उच्च स्तर पर तर्क सहित अपनी मांग रखिए। बैरिकेड तोड़ना, पुलिस से भिड़ना आदि अराजक बातें भावी अधिकारियों के लिए अशोभनीय हैं।"
इसके बाद, अनूप दूबे नाम की यूजर आईडी से लिखा गया, "आपने जो ट्वीट किया , वह एक अभ्यर्थी के तौर पर किया या अधिकारी के तौर पर?" इस पर डीएसपी अंजलि कटारिया ने लिखा, "मैंने अभ्यर्थी के तौर पर लिखा है। क्यूंकि अभ्यर्थी जीवन के अनुभव से मुझे पता है कि एक तरफ हजारों अभ्यर्थी चुपचाप आज घरों में तैयारी कर रहे होंगे और दूसरी तरफ कई स्वार्थी तत्व आपके प्रदर्शन में शामिल होंगे। बेहतर है कि एक नेतृत्व दल आपकी मांग उच्च स्तर पर रखे।"
इतना ही नहीं, तार्किक नाम के यूजर आईडी से कमेंट आया, "मैडम आपके अनुभव का सम्मान है, लेकिन जो अभ्यर्थी इस समय विरोध कर रहे हैं वे अपने भविष्य को लेकर चिंतित हैं। पिछले कुछ सालों में जो बदलाव हुए हैं उनसे बहुत सारे युवाओं के सपने अधूरे रह गए हैं। ऐसे में अगर वे अपनी आवाज उठा रहे हैं तो यह उनकी हताशा का परिणाम है।" इस पर डीएसपी ने जवाब देते हुए लिखा, "अभ्यर्थियों की मांगों को कोई नहीं नकार रहा। जो DCP साहब, ACP साहब, कोतवाल जी, दरोगा जी आपके साथ हैं वे भी अभ्यर्थी दौर से गुजरकर ही वहां पहुंचे हैं और कल शायद आप उनकी जगह खड़े होगे। आप अपने मुद्दे रखिए और अनशन को स्वार्थी तत्वों द्वारा हाईजैक मत होने दीजिएगा।"
Updated on:
12 Nov 2024 11:18 am
Published on:
12 Nov 2024 10:51 am
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