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3 हफ्ते में गेहूं 600 रुपये सस्ता, अरहर-चना दाल का भी टूट गया भाव

उत्तर प्रदेश में नई फसल की आवक से गेहूं और दालों की कीमतों में गिरावट देखने को मिल रही है, जिससे आम जनता को राहत मिली है। ताजा हालात के मुताबिक, गेहूं के दामों में गिरावट के चलते आटा अब पहले से चार रुपये प्रति किलो सस्ता हो गया है।

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wheat msp price

आटा के साथ ही साथ अरहर और चना दाल के दामों में भी 10 रुपये प्रति किलो की कमी आई है। हालांकि, शादी-विवाह के सीजन की मांग के कारण छोले के भाव में थोड़ी वृद्धि देखी गई है।

3 हफ्ते में गेहूं 600 रुपये सस्ता

लगभग 3 हफ्ते पहले तक जहां गेहूं 3100 रुपये प्रति क्विंटल तक बिक रहा था अब उसकी कीमतें घटकर 2450 से 2500 रुपये प्रति क्विंटल रह गई हैं। फुटकर बाजार में आटा अब 30-32 रुपये प्रति किलो मिल रहा है जबकि पहले इसकी कीमत 35-36 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गई थी। वहीं, ब्रांडेड कंपनियों का आटा जो पहले 40 से 44 रुपये प्रति किलो बिक रहा था उसमें भी स्थिरता आ गई है।

गेहूं की कीमतें रहेंगी स्थिर

गल्ला अढ़तिया की मानें तो बताया कि गेहूं की कीमतों में गिरावट फसल की अच्छी पैदावार के कारण आई है। हालांकि हाल ही में हुई बेमौसम बारिश से कुछ इलाकों में गेहूं की कटाई प्रभावित हुई है, जिससे उत्पादन में अस्थायी रुकावट आई है। लेकिन आने वाले पांच से छह दिनों में कटाई का काम फिर से शुरू होने की उम्मीद है। उन्होंने यह भी बताया कि आगे गेहूं की कीमतों में कोई खास बढ़ोतरी नहीं दिख रही है।

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आपको बता दें कि ललितपुर, झांसी और मौदहा के साथ-साथ कई जिलों से गेहूं की आवक लगातार जारी है। सरकार की ओर से तय किया गया न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) 2425 रुपये प्रति क्विंटल है। जैसे-जैसे कटाई का कार्य तेज होगा, मंडियों में गेहूं की आमद बढ़ेगी।

क्या कहते हैं किराना व्यापारी

किराना के थोक व्यापारी शुभम केसरवानी की मानें तो फुटकर बाजार में आटे की कीमतों में गिरावट के साथ-साथ चना दाल अब 87 से 92 रुपये किलो बिक रही है, जो पहले 100 रुपये किलो के आस पास थी। अरहर दाल का वर्तमान भाव 120-130 रुपये प्रति किलो है, जो पहले 135-140 रुपये था। नई फसलें बाजार में आ रही हैं जिससे कीमतों में गिरावट दर्ज की गई है। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में दालों की कीमतों में कोई खास उछाल नहीं देखा जा रहा है, क्योंकि इस साल उत्पादन बेहतर रहा है।