
करणी सेना के सदस्यों ने जबरन शहर में प्रवेश करने की कोशिश की और कुछ प्रदर्शनकारी एक सरकारी बस के सामने बैठ गए। इस दौरान पुलिस और करणी सेना के कार्यकर्ताओं के बीच काफी तनाव की स्थिति बन गई। करणी सेना के लोग सांसद रामजी लाल सुमन के घर की ओर मार्च करने की कोशिश कर रहे थे, जिसे पुलिस ने नाकाम कर दिया और उन्हें इटावा-फिरोजाबाद मार्ग की ओर मोड़ दिया गया।
इस घटनाक्रम को देखते हुए रामजी लाल सुमन के आगरा स्थित आवास पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है। उनका घर प्रोफेसर कॉलोनी में स्थित है, जबकि समाजवादी पार्टी का कार्यालय फतेहाबाद रोड पर है। पुलिस ने दोनों स्थानों को सुरक्षा घेरे में ले लिया है।
इस रैली के बाद आयोजित रक्त स्वाभिमान सम्मेलन पर सपा सांसद रामजी लाल सुमन ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यह पूरा विरोध प्रदर्शन भाजपा द्वारा प्रायोजित है। उन्होंने कहा कि वह अपने बयान पर कायम हैं और किसी प्रकार की हिंसा का समर्थन नहीं करते। सुमन ने भाजपा पर अहम मुद्दों से जनता का ध्यान भटकाने का आरोप लगाया और कहा कि पुलिस सुरक्षा की जिम्मेदारी संभाले, वह अपनी बात शांतिपूर्वक रखेंगे।
इस बीच करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओकेंद्र राणा ने मंच से तीखा बयान दिया। उन्होंने मांग की कि करणी सेना के कार्यकर्ताओं पर दर्ज मुकदमे वापस लिए जाएं, सपा सांसद रामजी लाल सुमन की राज्यसभा सदस्यता समाप्त की जाए उन पर देशद्रोह का मामला दर्ज हो, और जो कार्यकर्ता घायल हुए हैं उनकी ओर से एफआईआर दर्ज की जाए।
राणा ने कहा कि यह सिर्फ क्षत्रिय समाज का नहीं, बल्कि पूरे सनातन धर्म समाज का अपमान है, जिसे माफ नहीं किया जा सकता। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि मांगे नहीं मानी गईं, तो करणी सेना सांसद के आवास की ओर कूच करेगी। उन्होंने कहा कि अब माफी से बात नहीं बनेगी और करणी सेना कोई भी कदम उठाने को तैयार है।
Updated on:
13 Apr 2025 10:24 pm
Published on:
12 Apr 2025 08:19 pm
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