26 दिसंबर 2025,

शुक्रवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

Education: सिलेबस में इस बार फिर से पिछड़ेंगे निजी स्कूलों में प्रवेशित गरीब बच्चे, जानिए वजह

Education news: शिक्षा के अधिकार कानून के तहत कमजोर वर्ग बच्चों को अच्छे स्कूलों में नि:शुल्क शिक्षा की योजना छात्रों को भारी पड़ने लगा है। आवेदन देने के बाद अभी तक यह तय नहीं हुआ है कि उनका प्रवेश संबंधित स्कूल में होगा या नहीं। वहीं दूसरी ओर देखा जाए तो जिन स्कूलों में प्रवेश के लिए आवेदन किया गया है वहां एक माह से अधिक की पढा़ई पूरी हो चुकी है।

2 min read
Google source verification
file photo

Education: सिलेबस में इस बार फिर से पिछड़ेंगे निजी स्कूलों में प्रवेशित गरीब बच्चे, जानिए वजह

Raigarh news: रायगढ़ जिले में शिक्षा विभाग के संज्ञान में यह बात है कि अधिकांश निजी स्कूल सीबीएसई से संबंधता प्राप्त स्कूल है जहां मार्च के शुरूआत में नया शिक्षण सत्र चालू हो जाता है लेकिन यहां देखा जाए तो आरटीई में प्रवेश में लिए छात्रों से फरवरी के अंत व मार्च के शुरूआत में आवेदन लिया जाता है। मार्च के अंत तक प्रक्रिया पूरी होती है। वर्तमान में देखा जाए तो आवेदन के सत्यापन का कार्य पूरा हो पाया है। सत्यापन के बाद अब देखा जा रहा है कि किन स्कूलों के लिए कितना आवेदन है।

आरटीई में आवेदन देने के बाद अब तक तय नहीं कि एडमिशन होगा कि नहीं

इतना ही नहीं वहां पर आरटीई की आरक्षित सीट कितनी है यह भी देखा जा रहा हैं। आरक्षित सीट से अधिक आवेदन की स्थिति में वहां ड्रा निकालने की तैयारी की जा रही है। ऐसी स्थिति में आवेदन किए हुए छात्रों में से कुछ को तो प्रवेश मिलेगा और कुछ को नहीं। जिनको प्रवेश मिलेगा वो छात्र अब 16 जून के बाद ही स्कूल जा पाएंगे, क्योंकि निजी स्कूलों में भी एक माह का अध्यापन पूरा होने के बाद ग्रीष्मकालीन अवकाश चल रहा है। लेकिन जिन बच्चों को प्रवेश नहीं मिलेगा उन छात्रों (Education 2023) को पूर्व में पूरे हो चुके सिलेबस को पूरा करने में करीब पखवाड़े भर से अधिक का समय लग जाएगा जिसके बाद टेस्ट शुरू हो जाएगा। कुल मिलाकर पिछले कई सालों से यह स्थिति निर्मित हो रही है कि आरटीई के तहत प्रवेशित बच्चों को निजी स्कूलों में कोर्स पूरा करने में काफी मशक्कत सिर्फ प्रक्रिया में देरी के कारण करनी पड़ती है।

यह भी पढ़े: हाई ब्लड प्रेशर या हाईपरटेंशन का खतरा महिलाओं से ज्यादा पुरुषों में होता हैं, कल चलाया जायेगा जागरूकता अभियान

शिक्षण सामग्री के लिए भी मशक्कत

निजी स्कूलों के शिक्षण सामग्री भी मार्च के शुरूआत में किताब दुकानों में बिकना शुरू हो जाती है और मार्च के पहले सप्ताह के बाद शिक्षण सामग्री का (Education 2023) विक्रय बंद हो जाता है जिसके कारण आरटीई में प्रवेशित छात्रों को शिक्षण सामग्री के लिए भी मशक्कत करना पड़ता है।

1293 आवेदन हुए निरस्त

आरटीई के तहत आवेदन करने वाले छात्रों के पालक भी असमंजस की स्थिति में रहते हैं। इस बार सत्यापन के दौरान 1293 आवेदन निरस्त हुए हैं। अब इन छात्रों के(Education 2023) पालकों को अन्य विकल्प खोजना पड़ेगा। ताकि उनके बच्चों की पढ़ाई निर्बाध रूप से चल सके।

आवेदन व सत्यापन की स्थिति

पंजीकृत स्कूल - 335

कुल मिले आवेदन - 4518

पात्र मिले आवेदन - 2649

निरस्त आवेदन - 1293

अपूर्ण आवेदन - 276

डुप्लीकेसी - 130

शासन के निर्देशानुसार ही प्रक्रिया का पालन किया जाता है। हां प्रक्रिया में देरी के कारण समस्या तो होती है, इससे शासन को अवगत कराया जा चुका है।

- बी बाखला, डीईओ रायगढ़

यह भी पढ़े: नशे में धूत दामाद ने अपने ससुर के घर लगा दी आग, नाचते हुए कहा- जिसे जो करना है कर लें