बाल विवाह के खिलाफ अभियान के बाद भी यह थमने का नाम नहीं ले रहा है। जिससे परेशान होकर एक किशोरी कुछ दिन अपने ससुराल में रहने के बाद वहां से भाग गई। मामला धरमजयगढ़ थाना क्षेत्र के एक गांव का है। मिली जानकारी के अनुसार लैलंूगा क्षेत्र की किशोरी के माता-पिता दोनों का देहांत हो गया है। ऐसे में, दादा-दादी ने किशोरी की शादी 16 साल में ही कर दी।
इच्छा के विरुद्ध हुई शादी के बावजूद किशोरी ने ससुराल में खुद को एडजस्ट करने की पहल की। पर शराबी पति की हरकतों में जब कोई सुधार नहीं हुआ तो किशोरी, ससुराल से भागने पर विवश हो गए। ससुराल से भाग कर पहले रायगढ़ पहुंची, उसके बाद ट्रेन पकड़ कर ओडि़शा की ओर चली गई।
बेचने की थी कोशिश…
किशोरी के बयान में एक और बात सामने आई है। अक्सर मारपीट करने व मुर्गा बनने के लिए दबाव बनाने वाला पति एक दिन उसकी सुंदर तस्वीर खींचने को लेकर जबरदस्ती कर रहा था। जिससे इस बात की आशंका व्यक्त की जा रही है कि पति द्वारा कम उम्र की पत्नी को किसी दूसरे के हाथों बेचने की साजिश रची जा रही थी। बच्चों के अधिकार व सरंक्षण से जुड़े विभाग इस बिंदु की भी जांच करने की बात कह रहे हैं।
किशोरी के प्रेम प्रसंग के कारण बाल विवाह
किशोरी ने अपने बयान में यह भी कहा है कि उसका गांव के एक लड़के से प्रेम प्रसंग था। जब इसकी जानकारी दादा व दादी को हुई तो वो उसकी शादी को लेकर दबाव बनाने लगी। वहीं इच्छा के विरुद्ध उसका बाल विवाह कर दिया। उस समय किशोरी की उम्र करीब 16 जबकि लड़के की उम्र 18 थी।
मुर्गा बनने के दौरान उठने पर होती थी पिटाई
किशोरी ने अपने बयान में यह भी बताया कि पति द्वारा मारपीट के साथ ही सजा के रूप में मुझे मुर्गा बनने के लिए बोलता था। जिससे मेरे पैरों में काफी दर्द होता था। जब मैं उठती तो पति मेरे साथ मारपीट करता था। जब सहने की क्षमता नहीं रही तब ससुराल से भागने के सिवा मेरे पास और कोई विकल्प नहीं था।