सीमांकन में निजी व शासकीय दोनो में मिला शमशान
रायगढ़। गोवर्धनपुर क्षेत्र में अवैध प्लाटिंग करने के फेर में निजी भूमि में जेसीबी चलाते हुए सरकारी जमीन में बने शमशाान पर भी जेसीबी चला दिया गया। इस मामले में ग्रामीणों के आपत्ति के बाद सीमांकन हुई और समतलीकरण करने वाले कालोनाइजर पर एफआईआर दर्ज हुआ लेकिन अब तक गिरफ्तारी नही ंहुई है, वहीं आश्चर्य की बात तो यह है कि इस पूरे मामले में कहीं भी भू-स्वामी का नाम सामने नहीं आ रहा है।
विदित हो कि गोवर्धनपुर में कुछ दिनों पूर्व कालोनाइजर अनिल केडिया द्वारा निजी भूमि पर जेसीबी चलाकर समतलीकरण कराया जा रहा था, लेकिन समतलीकरण करते हुए जेसीबी सरकारी जमीन में बने शमशान तक पहुंच गई। निजी भूमि से लगे होने के कारण बगैर सीमांकन कराए भू-स्वामी व ठेकेदार ने शमशान की भूमि को समतल कर दिया और कुछ कब्र को नुकसान भी पुहंचाया। जिसके बाद ग्रामीणों ने हंगामा करते हुए काम बंद करा दिया और पुलिस को लिखीत में शिकायत की। लिखीत शिकायत के बाद पुलिस ने कालोनाइजर अनिल केडिया के खिलाफ अपराध तो दर्ज कर लिया लेकिन इस मामले में अभी तक ठेकेदार की गिरफ्तारी नहीं की गई है। बताया जाता है कि पुलिस कार्रवाई में जानबूझकर देरी करते हुए ठेकेदार को अग्रिम जमानत के लिए मौका दे रही है। इसको लेकर ग्रामीणों में आक्रोश व्याप्त है।
हंगामे के बाद हुआ सीमांकन
निजी भूमि ख्सरा नंबर १२/२ के कुल रकबा ०.६०७ हेक्टेयर में से ०.११२ हेक्टेयर में और खसरा नंबर ९/३ के कुल रकबा १.८२२ हेक्टेयर में से ०.००७ हेक्टेयर भूमि शमशान भूमि के रूप में उपयोग की जा रही थी। जिसको बिल्डर से समतल कर दिया। सरकारी जमीन खसरा नंबर ९/१ के कुल रकबा २.००७ हेक्टेयर में से ०.१६६ हेक्टेयर को भी शमशान व कब्रिस्तान के रूप में उपयोग किया जा रहा था।
जिम्मेदार दोनो पर कार्रवाई एक पर
आश्चर्य की बात तो यह है कि इस पूरे मामले में देखा जाए तो ग्रमाीणों की शिकायत के बाद पुलिस ने जेसीबी चलवाने वाले कालोनाइजर अनिल केडिया के खिलाफ तो एफआईआर दर्ज किया लेकिन, भू-स्वामी का नाम अब तक कहीं भी नहीं आया है जबकि उक्त क्षेत्र की निजी भूमि द्धारिका प्रसाद, गंगा प्रसाद, पार्वती, लक्ष्मीदेवी, चंद्रिका प्रसाद, सरोज व लवकुमार के नाम पर राजस्व रिकार्ड में दर्ज है। बिना भू-स्वामी के सहमति के यह सब कैसे संभव है। बताया जा रहा है कि भू-स्वामी व कालोनाइजर मिलकर प्लाटिँग करने की तैयारी में लगे हुए थे।
वर्सन
ग्रामीणों की शिकायत पर जांच कराया गया है, जांच रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। मौके पर सरकारी जमीन पर भी समतलीकरण किया जाना पाया गया है।
गगन शर्मा, एसडीएम रायगढ़