नगर निगम में गुरुवार की दोपहर एमआईसी बैठक आयोजित की गई थी। इस बैठक में यूं तो 1 दर्जन से अधिक प्रस्ताव शामिल किए गए थे लेकिन बैठक का प्रमुख एजेंडा शहर की सड़कों में डामरीकरण किए जाने का प्रस्ताव था। मेरा प्रस्ताव इसलिए महत्वपूर्ण माना जा रहा था कि पूर्व में ठेकेदार द्वारा जो सड़क निर्माण किया गया था वह सड़क 1 माह से ज्यादा नहीं चल सकी। उसके बाद उसी ठेकेदार को डामरीकरण सड़क बनाने का टेंडर दिया गया और इसकी स्वीकृति के लिए एमआईसी में प्रस्ताव लाया गया था। एमआईसी बैठक के दौरान जब यह प्रस्ताव आया तब सभी एमआईसी के सदस्यों ने एक सिरे से इस प्रस्ताव पर आपत्ति की। सदस्यों का कहना था कि जब बारिश में डामरीकरण का कार्य होगा ही नहीं तो इसे अभी से स्वीकृति देने का कोई औचित्य भी नहीं है।
Read more : नेताओं की गिरफ्तारी के बाद अब महिलाओं ने संभाला मोर्चा, उधर जेल में अनशन शुरू इसके अलावा यह चर्चा भी हुई थी पूर्व में इसी ठेकेदार के द्वारा शहर की सड़कों पर डामरीकरण किया गया था यह सड़क में ज्यादा दिन नहीं टिक सकी। ऐसे में इस प्रस्ताव को स्वीकृति नहीं दिए जाना चाहिए। काफी देर चर्चा करने के उपरांत यह निर्णय लिया गया कि इस बैठक में इस प्रस्ताव को स्वीकृति नहीं दी जाएगी।
आगामी बैठक में इस प्रस्ताव को लाया जाए उस दौरान उसमें फिर से चर्चा की जाएगी। इस तरह डामरीकरण के लाए गए प्रस्ताव को स्वीकृति नहीं मिल सकी। इसके अलावा एमआईसी की बैठक में शासकीय कर्मचारियों को कार्य के दौरान मृत्यु होने पर अनुग्रह राशि 35 हजार से बढ़ाकर 50 हजार किए जाने का प्रस्ताव लाया गया था।
हालांकि यह प्रस्ताव सरकार के द्वारा ही 2015 में स्वीकृत कर दी गई थी। इसमें अंतिम स्वीकृति एमआईसी के द्वारा दिया जाना था। उस प्रस्ताव को भी एमआईसी ने स्वीकृति दी। इसके अलावा आंगनबाड़ी सहायिका नियुक्ति राष्ट्रीय परिवार सहायता के 149 प्रकरण को स्वीकृत किया गया। विभिन्न पेंशन योजना के 128 प्रकरण को भी सूचित किया गया।
साथ ही नगर निगम के समाज कल्याण विभाग के अधिकारी प्रवीण शर्मा की परिवीक्षा अवधि समाप्त कर नियमितीकरण किए जाने का प्रस्ताव लाया गया था इस प्रस्ताव को भी स्वीकृत किया गया। इसके अलावा अन्य प्रस्ताव को भी स्वीकृति दी गई। एमआईसी की बैठक में महापौर मधुभाई, नगर निगम आयुक्त विनोद पांडेय, एमआईसी सदस्य रामकृष्ण खटर्जी, लता साहू, लीलावती धुर्वे, सुषमा डालमिया, पदमा रात्रे, नवधा मिरी सहित निगम के अन्य अधिकारी व कर्मचारी शामिल थे।
सीसी सड़क निर्माण को मिली स्वीकृति
एमआईसी की बैठक में मधुबन पारा में सीसी सड़क निर्माण का प्रस्ताव भी लाया गया था। यह प्रस्ताव 25 लाख 12 हजार का है। एमआईसी ने इस प्रस्ताव को स्वीकृति दी। ऐसे में अब संबंधित स्थान पर निर्माण कार्य करने के लिए टेंडर की प्रक्रिया शुरू की जाएगी ताकि निर्माण कार्य पूरा हो सके। वही आगामी बैठक 19 सितंबर को बुलाए जाने के लिए तिथि भी अभी से तय कर दी गई है। -एमआईसी की बैठक आयोजित की गई थी। इस बैठक में सदस्यों के चर्चा अनुसार कई प्रस्तावों को स्वीकृति दी गई है। वही बीटी सड़क के प्रस्ताव को आगामी बैठक में लाए जाने का निर्देश दिया गया है।
-मधु बाई, महापौर, रायगढ़ नगर निगम
-मधु बाई, महापौर, रायगढ़ नगर निगम