किरोड़ीमल-रायगढ़ के बीच इंटरलाकिंग कार्य को लेकर रेलवे ने १५ दिनों को ब्लॉक लेने का फैसला किया गया है। २० जून से प्रभावी इस ब्लॉक के तहत २३ जून से दुर्ग राजेंद्र नगर टर्मिनल साउथ बिहार एक्सप्रेस को चांपा से झारसुगुड़ा तक पैसेंजर बना कर चलाने का फैसला लिया गया था। पर पहले दिन ही अव्यवस्था का आलम देखा गया। मामला जेठा व सारांगांव रेलवे स्टेशन का है। पैसेंजर के रद्द होने की स्थिति में बड़ी संख्या में यात्री साउथ बिहार एक्सप्रेस से नजदीक का स्टेशनों में सफर करने की तैयार में थे। तय समय से कुछ देरी के बाद साउथ बिहार एक्सप्रेस आई। पर बगैर रुके हुए तेज रफ्तार से आगे बढ़ गई। जिसे देख कर यात्रियों के बीच अफरा-तफरी मच गई। कुछ यात्रियों को लगा कि ट्रेन आगे जाकर रुकेगी। इस पर कुछ लोगों ने ट्रेन के पीछे दौड़ भी लगाई। पर ट्रेन बगैर रुके हुए आगे की ओर बढ़ती गई। जिससे यात्रियों में काफी नाराजगी देखी गई है। नाराज यात्रियों ने इस बात की शिकायत जेठा व सारागंाव के रेल अधिकारियों से भी मौखिक रूप से की है।
कमर्शियल को दी गई सूचना
साउथ बिहार एक्सप्रेस के जेठा व सारागांव रेलवे स्टेशन पर नहीं रुकने व यात्रियों को हुई परेशानी को रायगढ़ के रेल अधिकारियों ने बिलासपुर डिवीजन के कमर्शियल से जुड़े आला अधिकारियों को अवगत कराया गया है। वहीं इन दोनों स्टेशनों पर ब्लॉक अवधि तक साउथ बिहार एक्सप्रेस के ठहराव की बात कही गई है।
एक घंटे खड़ी रही उत्कल एक्सप्रेस
ब्लॉक की वजह से राउरकेला व झारसुगुड़ा के बीच उत्कल को २ घंटे रोकने का फैसला किया गया था। ऐसे में, दोपहर १.४० में रायगढ़ पहुंची उत्कल एक्सप्रेस को एक घंटे तक रोका गया। दोपहर २.४० में उत्कल एक्सप्रेस को रायगढ़ से बिलासपुर की आरे रवाना किया गया। उत्कल के एक घंटे रुकने तक इंटरलाङ्क्षकंग के कार्य किया गया। इधर इंटलाकिंग के कार्य की समीक्षा करने के लिए बिलासपुर एडीआरएम एक सप्ताह मेंं दूसरी बार रायगढ़ पहुंचे हुए थे।