जिंदल पार्किंग के पास लोगों या ट्रक चालकों की ओर से किए गए जाम के दौरान लोगों को रोका जाने लगा, नारेबाजी शुरू हो गई। ऐसे में इसकी सूचना पुलिस को मिली, मौके पर कोतरा रोड थाने की टीआई सुषमा चेलक अपने टीम के साथ और ट्रैफिक थाने से टीआई और उनके स्टाफ मौके के लिए रवाना हो गए। वहां पर जाकर देखा तो लगभग 70 से 80 लोगों ने सड़क को जाम कर रखा है और नारेबाजी की जा रही है।
आखिर हुआ क्या है
मौके पर पहुंची पुलिस और यातायात की टीम ने जब प्रदर्शन कर रहे लोगों से पूछा तो कारण जानकर उनकी भी हालत खराब हो गई। प्रदर्शन व चक्काजाम किए ट्रक चालकों ने कहा कि ऐसा नियम बनाकर उन्हें फंसाने की कोशिश हो रही है, सरकार ट्रक ड्रायवरों के साथ षडयंत्र कर रही है। इस पर पुलिस के अधिकारी ने कहा कि आखिर ये बात आपको बताई किसने हैं, तो चालकों का कहना था कि उन्होंने सोशल मीडिया में इसे पढ़ा है। फिर क्या अधिकारियों ने अपना सिर पीट लिया और उन्हें अच्छी तरह से नियम कानून बनाने, उसे लागू करने सहित उसके प्रकाशन आदि विधि की जानकारी दी तब जाकर ये लोग शांत हुए और शांति बहाल हुई।
सिर पीट रहे अधिकारी
इस मामले में जब पत्रिका की टीम ने मौके पर पहुंचे पुलिस और यातायात विभाग के अधिकारियों से बात की तो वो लोग अपना सिर पीट रहे थे, उनका कहना था कि ये ऐसी स्थिति है जो न तो बताते बन रही है और न ही छुपाते बन रही है। उनका कहना था कि इस संदेश को पढऩे के बाद ट्रक चालकों को कुछ लोगों ने भडक़ा दिया था ऐसे में वो लोग सड़क पर उतर आए थे।
ट्रक चालकों का है इलाका
विदित हो कि गोरखा और भगवानपुर का इलाका ट्रक चालकों का इलाका है। जिले के उद्योगों और खदानों में चल रहे ट्रकों के अधिकांश ड्रायवर इसी इलाके में निवास करते हैं, साथ ही पास में ही जिंदल का पार्किंग इलाका है यहां पर हर वक्त सौ दो सौ ट्रक खड़े रहते हैं। इसके कारण इन लोगों को एकजुट होने में समय भी नहीं लगा और मैसेज पढऩे के साथ ही ये लोग सड़क पर उतर गए।