Post Mortem Technician: स्वास्थ्य विभाग द्वारा मरच्यूरी के लिए पोस्ट स्वीकृत नहीं किए जाने के कारण विगत दो-तीन माह से परेशानी बढ़ गई है। स्थिति यह है कि अब जीवनदीप समिति के तहत अप्रशिक्षित कर्मचारियों को रखकर पोस्टमार्टम कराया जा रहा है। इन कर्मचारियोें की दिहाड़ी के रूप में सेवा ली जाती है।
उल्लेखनीय है कि विगत कई सालों से मेडिकल कालेज अस्पताल के अंदर ही जिला अस्पताल का संचालन हो रहा था। मेकाहारा की ओर से संविदा में रखे गए स्वीपरों से पोस्टमार्टम कराया जा रहा था, लेकिन विगत दो-तीन माह पहले मेडिकल कालेज में रखे गए संविदा कर्मचारियों को हटा दिया गया है। इसके बाद से जिला अस्पताल के मरच्यूरी खाली हो गया।
ऐसे में यहां पोस्टमर्टम के लिए आने शव को पीएम कराने में समस्या होने लगी थी। इसे देखते हुए स्वास्थ्य विभाग द्वारा अब तत्कालिक रूप से जीवनदीप समिति के तहत दिहाड़ी के तौर पर एक कर्मचारी को रख कर काम चलाया जा रहा है, लेकिन यह भी रेग्युलर नहीं होने की स्थिति में बीच-बीच में समस्या आ रही है।
मेडिकल कालेज अस्पताल में भी अभी तक पोस्टमार्टम का काम संविदा कर्मचारियों से कराया जा रहा था, लेकिन विगत कुछ दिन पहले यहां के सभी संविदा कर्मचारियों को हटा दिया गया। इससे दिक्कत बढ़ी तो अब अस्पताल प्रबंधन द्वारा ठेकेदार के अंडर में चल रहे सफाई ठेकेदार के तहत पूर्व में कर रहे कर्मचारियों से फिर से ठेका के तहत रखा गया है।
Post Mortem Technician: विभागीय कर्मचारियों की मानें तो जिला अस्पताल में पोस्टमार्टम कर्मचारी नहीं होने से दिक्कत है। इसे देखते हुए कुछ दिन पहले हुई बैठक में पोस्टमार्टम कर्मचारी की मांग की गई थी। इसमें यह बात सामने आई कि पूरे प्रदेश में पोस्टमार्टम टेक्निशियन नहीं है। इससे ठेकेदार के अंदर में कर रहे सफाई कर्मचारियों से काम कराया जा रहा है। अब समस्या बढ़ने पर इसके लिए अलग से पोस्ट निकालने की बात चल रही है। शासन से स्वीकृति मिलती है तो स्वास्थ्य विभाग में पोस्टमार्टम टेक्निशियन की भर्ती होगी।
डॉ. अनिल जगत, सीएमएचओ, रायगढ़: स्वास्थ्य विभाग में पोस्टमार्टम टेक्निशियन की पद ही नहीं है। हालांकि वर्तमान में जीवनदीप समिति के तहत एक कर्मचारी को रखकर काम चलाया जा रहा है। इसके लिए कलेक्टर दर पर कर्मचारी रखने के लिए चर्चा की जाएगी।
Updated on:
06 Jul 2025 12:11 pm
Published on:
06 Jul 2025 12:10 pm