Suspended Sarpanch has reinstated compensation through fraud documents
रायगढ़.
मूल अवार्ड के आधार पर जिस रकबे का मुआवजा राशि जारी हो गया है उसी रकबे का हाल ही में फिर से मुआवजा राशि जारी कर दिया गया है।
आश्चर्य की बात तो यह है कि जिसके नाम से राशि जारी किया गया है उसकी मौत हो चुकी है और अब उसका बेटा ससरपंच प्रकाश गुप्ता द्वारा लगातार उक्त खाते से राशि आहरण किया जा रहा है।
इसकी शिकायत होने के बाद विभाग ने जांच की प्रक्रिया शुरू की है। गौशाला रोड निवासी पिंटु सिंह ने कलक्टर से सएक शिकायत करते हुए बताया है कि एनटीपीसी लारा के भू-अर्जन के दौरान झिलगीटार में खससरा नंबर 80/1, 80, सहित 8 खसरे नंबर पर 2.430 हेक्टूर भूमि का अधिग्रहण किया गया।
उक्त प्रभावित जमीन का भुगतान मूल अवार्ड 69/अ- के आधर पर 19 दिसंबर 2013 और 17 जनवरी 2014 को तात्कालीन भू-अर्जन अधिकारियों ने किया। लेकिन वर्तमान में 14 जुलाई 2017 को उक्त रकबे का फिर से 49 लाख 6 हजार 887 रुपए का मुआवजा राशि भू-अर्जन अधिकारी ने भू-स्वामी उससतराम के नाम पर कर दिया।
आश्चर्य की बात तो यह है कि उसतराम 5 जुलाई से स16 जुलाई तक बुर्ला अस्स्पताल में इलाज करा रहा था और करीब 15-16 जुलाई को उसकसी मौत हो गई।
और 14 जुलाई को मुआवजा राशि जारी कर दिया गया है। शिकायत में यह भी बताया गया है कि उसतराम का पुत्र प्रकाश गुप्ता गांव का सरपंच था जो कि सरकारी राशि के गबन के मामले में निलंबित है।
प्रकाश गुप्ता ने उक्त मुआवजा राशि को उसतराम के नाम पर एक्सिस बैंक के खाते में जमा कराया और अब उसकसा धीरे-धीरे आहरण किया जा रहा है।
पकड़ में तो आया पर कैसे सहोगी रिकव्हरी
- शिकायत आने पर मामला तो सासमने आ गया है लेकिन अब इसमें रिकव्हरी कैसे होगी इस बात को लेकर सवाल उठ रहा है।क्योंकि अभी तक भू-अर्जन अधिकारी ने इस समामले में संबंधित खाते को सील भी नहीं कराया है।