
सज-धज कर तैयार हुआ शहर के निकले महादेव मंदिर
रायगढ़। महाशिवरात्री के लिए शहर सहित अंचल में सप्ताहभर पहले से ही तैयारी चल रही थी जो एक दिन पहले ही सभी तैयारियां पूरी कर ली गई है। इस दौरान शिव मंदिरों के रंग-रोगन से लेकर चमकिली झालरों से सजाया गया है, जो शाम होते ही एक अलग ही अहसास करा रहा है। साथ ही कई जगह महाभंडारे का भी आयोजन किया जा रहा है, ताकि भक्त पूजा-अर्चना के साथ-साथ भंडारे का आनंद उठा सके, इसके साथ ही भक्तों की सुरक्षा के लिए भीड़-भाड़ वाले शिव मंदिरों में पुलिस की भी व्यवस्था की गई है, ताकि किसी भक्त को पूजा-अर्चना में किसी तरह की दिक्कत न हो।
मंगलवार को महाशिवरात्रि पर्व होने के कारण सप्ताहभर पहले से ही तैयारियां चल रही थी। सोमवार तक सभी मंदिर रंग-रोगन के साथ रंग-बिरंगी झालरों से सजकर तैयार हो गया है। साथ ही कोसमनारा स्थित बाबा धाम में भक्तों की भीड़ को देखते हुए पहले से ही वेरिकेट्स भी लगा दिए गए हैं, ताकि यहां भोलेनाथ के दर्शन करने वाले भक्तों को किसी भी तरह की दिक्कतों का सामना न करना पड़े। वहीं शहर के निकले महादेव मंदिर के पुजारी ने बताया कि यहां शिवरात्री बहुत ही धूमधाम से मनाया जाता है, क्योंकि इस मंदिर में दशकों पहले भगवान शिव अपने आप ही निकले हुए हैं, इस कारण यहां की मान्यता अधिक है। साथ ही शहर सहित आसपास के लोग भी अपनी मनोकामना को लेकर आते हैं, जिसको देखते हुए पहले से ही तैयारी शुरू कर ली गई थी, ऐसे में अब पूरी तैयारी हो गई है। साथ ही रात के १२ बजते ही यहां भालेनाथ की रुद्राभिषेक भी शुरू हो जाएगी। वहीं भक्तों की भीड़ को देखते हुए उनकी सुरक्षा की भी व्यवस्था की गई है, ताकि किसी भक्त को कोई परेशानी न हो।
विशेष रूप से सजाया गया है मंदिर
शहर सहित अंचल के शिव मंदिरों को सप्ताहभर पहले से ही सजावट का कार्य शुरू हो गया था, जो अब आकर्षक लाईटों से जगमगाने लगा है। साथ ही कई मंदिरों में रंग-बिरंगी झालरें भी लगाई गई है, जो भक्तों को खुब भाएगा। शहर के ह्दय स्थल पर स्थित गौरीशंकर मंदिर में रुद्राभिषेक की तैयारी चल रही है, साथ ही भोलेनाथ को प्रसन्न करने के लिए सोमवार से ही मंदिरों के बाहर फुल-माला व नारियल की दुकानें सज गई है। जिससे भक्त एक दिन पहले से ही शिव पूजन के लिए खरीदी शुरू कर दिए हैं।
कोसमनारा में होगा भंडारा का आयोजन
शहर से लगे कोसमनारा स्थित बाबा सत्यनारायण धाम में रायगढ़ जिला सहित आसपास के जिले व अन्य प्रांतों से भी बड़ी संख्या में भक्त पहुंचते हैं, यहां रात से ही भक्तों का आना-जाना शुरू हो जाता है, जिससे भक्तों के लिए हर साल महाभंडारे का आयोजन किया जाता है, जिसको देखते हुए इस साल भी भंडारे का आयोजन किया गया है। ताकि दूर-दराज से आने वाले भक्त पूजा-पाठ करने के बाद प्रसाद ग्रहण कर सके। साथ ही महाभंडारे के लिए भक्त पहले से ही यहां राशन सामग्री भी पहुंचा दिए हैं, ऐसे में अंदाजा लगाया जा रहा है कि विगत दो साल से कोरोना काल होने के कारण बहुत से लोग नहीं पहुंचे थे, जिससे इस पर करीब एक लाख लोगों के पहुंचने की उम्मीद जताई जा रही है। जिससे किसी प्रकार की दिक्कत न हो इसलिए पहले से ही सुरक्षा व्यवस्था का भी इंतेजाम किया गया है।
Published on:
28 Feb 2022 09:12 pm
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