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CG Motivational- इस गर्मी की छुट्टी बच्चों को सिखाएं ये 14 बातें, वो बनेंगे सामाजिक और जिम्मेदार नागरिक

छोटी-छोटी बातों से एक बेहतर जीवन के प्रति मोटिवेट किया जा सकता है

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छोटी-छोटी बातों से एक बेहतर जीवन के प्रति मोटिवेट किया जा सकता है

छोटी-छोटी बातों से एक बेहतर जीवन के प्रति मोटिवेट किया जा सकता है

रायगढ़ गर्मी की छुट्टी शुरू हो चुकी है। बच्चों के अभिभावक इन छुट्टियों में उन्हें कई एक्टिविटी में शामिल करवाने की कोशिश कर रहे हैं ताकि उनका अतिरिक्त विकास व समझ बढ़ सके। ऐसे में ही शहर के साधुराम विद्या मंदिर स्कूल के प्राचार्य की ओर से बच्चों के माता पिता के नाम छोटे-छोटे टिप्स दिए गए हैं

जिसका यदि पालन किया जाए तो न सिर्फ बच्चे का जीवन संवरेगा बल्कि वह समाज और देश के प्रति जिम्मेदार भी बनेगा। प्राचार्य मिस्टर टूना विश्वाल ने बताया कि छुट्टियों में आप और आपके रिश्तेदार पूर्ण रूप से बच्चों के साथ रहेंगे इन हालात में वो आपसे काफी कुछ सीखेंगे जो पढ़ाई के अतिरिक्त होगा और व्यवहारिक जीवन के लिए काफी उपयोगी होगा।

Tip-1
दिन में एक बार अपने बच्चे के साथ भोजन करें और उसे अन्न के एक एक दाने के महत्व के विषय में बताएं, उसे बताएं कि इस अन्न के दाने के लिए कितना श्रम लगता है ताकि आपका बच्चा ये समझ सके कि भोजन राष्ट्र का संसाधन है।

Tip-2
बच्चो को उत्साहित करें कि वो अपने भोजन की प्लेट खुद से साफ करें, ये कार्य उन्हें सफाई की आदत के साथ इस बात के लिए प्रेरित करेगा कि कोई कार्य छोटा नहीं होता है।

Tip-3
भोजन बनाने में बच्चों की मदद लें, उन्हें सलाद और फल आदि का कार्य सौंपे इससे बच्चों को टीम वर्क के महत्व का पता चलेगा।

Tip-4
छुट्टियों के दौरान कम से कम तीन पड़ोसी और रिश्तेदार के यहां बच्चों को लेकर जाएं, और वहां पर उन्हें यह समझने दें कि समाज और परिवार के लोगों के साथ कैसे पेश आना चाहिए ताकि उन्हें यह पता चले कि आप एक सामाजिक प्राणी हो।

Tip-5
यदि बच्चों के ग्रांड पैरेंट्स आपके साथ नहीं रहते तो बच्चों को उनके पास लेकर जाएं और एक सप्ताह तक वहां छोड़े जिससे कि बच्चे और बजुर्ग के बीच एक भावनात्मक रिश्ता कायम हो सके और बच्चे ये समझ सके कि भावनात्मक सहयोग और प्रेम जीवन के लिए कितना आवश्यक है। वो ये भी सीखेंगे कि हम जो भी हैं वो अपने पूर्वजों के कारण ही हैं।

Tip-6
चार से पांच दिन बच्चे को अपने ऑफिस, दुकान या उस स्थान पर ले जाएं जहां आप काम करते हैं। कुछ देर वहां उन्हें स्वतंत्र छोड़े ताकि वो समझ सकें कि आप अपने परिवार के लिए कितनी मेहनत कर रहे हैं इससे उन्हें कर्म ही पूजा है की सीख मिलेगी।

Tip-7
बच्चों को अपने साथ बाजार लेकर जाएं, उन्हें सांस्कृतिक कार्यक्रमों में लेकर जाए जिससे वो सीख सकें कि सामान कैसे खरीदते हैं, और अपने संस्कृति को समझने में मदद मिले। इससे बच्चे यह सीखेंगे कि बेहतर समाज के लिए संस्कृति काफी मजबूत नींव होती है।

Tip-8
अपने बच्चे को इस बात के लिए प्रेरित करें कि वो किचन गार्डन का निर्माण करें, खुद से बीज लगाए और पौधों की देखभाल करें। इससे बच्चे सेल्फ सफिएंसी को समझेंगे और यह जानंगे कि सुखी फैमली के लिए कितना आवश्यक है।

Tip-9

अपने बच्चों के साथ अपने अच्छे और बुरे अनुभव को शेयर करें ताकि वो समझ सकें कि आपने तमाम मुश्किलों को भी कैसे पार किया जिससे उन्हें मुसीबतों से लडऩे की प्रेरणा मिलेगी और वो ये समझ सकेंगे कि पुरानी यादों को शेयर करना पारिवारिक बंधनों को मजबूत करताा है।

Tip-10
इस बात पर कभी ध्यान मत दें कि आपका बच्चे खेलने के दौरान गदा हो जाता है, इस पर भी ध्यान न दें कि यदि खेलने के दौरान उसे चोट लगती है क्योंकि ये उनके लिए अच्छा है। उन्हें प्रेरित करें कि गिरने के दौरान वो दोबार खड़े हों और खेलें ताकि वो ये समझ सकें कि दर्द पर जीत दर्ज कर कैसे आगे बढऩा है।

Tip-11
बच्चों को कम से कम एक पालतू जानवर पालने की आदत डलवाएं ं ताकि वो ये समझ सकें कि एक बेहतर इंसान होने के लिए किस चीज की जरुरत होती है

Tip-12
बच्चों को लोक गीत, नृत्य के लिए प्रेरित करें, उन्हें सीखने दें, नाचने दें, गाने दें ताकि वो यह सीख सकें कि लोक गीत, नृत्य हमारे समृद्ध संस्कृति की एक धरोहर है।

Tip-13
अपने बच्चों को इलेक्ट्रानिक गेजेट से दूर रखें, चाहे वो टीवी हो, फोन हो, कंप्यूटर हो इसकी जरुरत भी बच्चों को महसूस नहीं होनी चाहिए क्योंकि ये गैजेट सहयोगी हो सकते हैं पर जरूरत नहीं हो सकते। इससे बच्चे यह सीखेंगे कि इलेक्ट्रानिक गैजेट बच्चों को आलसी बनाते हैं वहीं इनके दिमाग के विकास को भी प्रभावित करते हैं।

Tip-14
बच्चों को जंक फूड, चॉकलेट, जेली, साफ्ट ड्रिंक आदि से दूर रखें उन्हें जितना हो सके प्राकृतिक भोज्य पदार्थ उपलब्ध करवाएं ताकि वो सीख सकें कि हमारे भोजन की आदत हमें स्वस्थ्य इंसान बनाती है।