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दर्शक हुए मंत्र मुग्ध! ओडिशी कलाकार शिवली देवता की मनमोहक प्रस्तुति, जगन्नाथ भक्ति में डूबे दर्शक

CG News: रायगढ़ जिले में चक्रधर समारोह के चौथे दिन ओडिसा संस्कृतिक विरासत की झलक रायगढ़ के मंच पर दिखी। कलाकारों ने शानदार प्रस्तुति देते हुए दर्शकों का मन मोह लिया।

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दर्शक हुए मंत्र मुग्ध! ओडिशी कलाकार शिवली देवता की मनमोहक प्रस्तुति, जगन्नाथ भक्ति में डूबे दर्शक(photo-patrika)

दर्शक हुए मंत्र मुग्ध! ओडिशी कलाकार शिवली देवता की मनमोहक प्रस्तुति, जगन्नाथ भक्ति में डूबे दर्शक(photo-patrika)

CG News: छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले में चक्रधर समारोह के चौथे दिन ओडिसा संस्कृतिक विरासत की झलक रायगढ़ के मंच पर दिखी। कलाकारों ने शानदार प्रस्तुति देते हुए दर्शकों का मन मोह लिया। दर्शकों ने भी कलाकारों का उत्साह वर्धन तालियों की गड़गड़ाहट के साथ किया। चौथे दिन के समारोह की शुरुआत रायपुर से आई ओडिशी कलाकार शिवली देवता ने ओडिशी से की। उन्होंने मनमोहक प्रस्तुति दी।

शिवली अपनी मुद्राओं भावपूर्ण अभिनय व तालबद्ध निपुणता के माध्यम से भारतीय महाकाव्यों की कालजयी कथाओं को जीवंत कर दिया। शिवली देवता द्वारा अपनी प्रस्तुति में पुरी के जगन्नाथ स्वामी पर आधारित मनमोहक प्रस्तुति दी गई। उन्होंने अपनी कलाओं के माध्यम से भावभंगिमाओं के साथ लयबद्ध तरीके से मनमोहक नृत्य प्रस्तुत किए।

CG News: ओडिशा की सांस्कृतिक विरासत की दिखी झलक

वहीं रायपुर से आईं ओडिसी नृत्यांगनाएं भूमिसूता मिश्रा एवं लिप्सा रानी बिस्वाल ने अपने अद्वितीय नृत्य प्रदर्शन से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। मंच पर उतरीं दोनों कलाकारों ने शास्त्रीय नृत्य की कोमलता, भावभंगिमाओं की गहराई और ताल-लय की अद्भुत प्रस्तुतियों से समारोह का आकर्षण और भी बढ़ा दिया। ओडिसी नृत्य की प्राचीन शैली को जीवंत करते हुए कलाकाराओं ने भगवान गणेश, राधा-रानी संग नाचे मुरली पर आधारित भावपूर्ण आकर्षक प्रस्तुति दी। अंग-संचालन, मुख-मुद्राएं और पदचालन की सुंदर लयबद्धता ने दर्शकों को ओडिसा की सांस्कृतिक विरासत की झलक दिखाई। संगीत और वाद्य-ताल के साथ जब दोनों ने मंच पर नृत्य किया, तो वातावरण में भक्ति और सौंदर्य का अद्भुत संगम देखने को मिला। समारोह में उपस्थित दर्शकों ने तालियों की गडग़ड़ाहट से दोनों नृत्यांगनों का स्वागत किया।

समारोह के पांचवें दिन 31 अगस्त को शास्त्रीय गायन, कथक, भरतनाट्यम, क्लासिकल डांस एवं गायन की प्रस्तुति होगी। इसमें रायगढ़ की आराध्या कुमारी सिंह शास्त्रीय गायन प्रस्तुत करेंगी। वहीं कोरबा की अश्विका साव द्वारा कथक, भिलाई की आद्या पाण्डेय द्वारा भरतनाट्यम, रायगढ़ की शैल्वी सहगल कथक पर अपनी प्रस्तुति देंगी। कार्यक्रम की अगली कड़ी में अन्विता विश्वकर्मा रायपुर क्लासिकल डांस प्रस्तुत करेंगी। वहीं दुर्ग की एम.टी.मृन्मयी द्वारा भरतनाटयम, डॉ.कृष्ण कुमार सिन्हा राजनांदगांव द्वारा कथक एवं पुणे की डॉ.मेघा राव गायन पर अपनी प्रस्तुति देंगी।