29 दिसंबर 2025,

सोमवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

जब हाथियों को हुआ लूज मोशन विभाग की उड़ी नींद, पढिए खबर और जानिए क्या रही वजह

रायगढ़ रेंज के बंंगुरसिया सर्किल में हाथियों ने नर्सरी के स्टोर में रखे यूरिया व पोटाश की कई बोरियों को खाकर चट कर दिया।

2 min read
Google source verification
अपने पत्नी के दशकर्म में शामिल होने के लिए आ रहे ग्रामीण का सामना रात के 11:00 बजे हाथी से हो गया. हाथी ने ग्रामीण को कुचलकर मार डाला है.

रायगढ़ रेंज के बंंगुरसिया सर्किल में हाथियों ने नर्सरी के स्टोर में रखे यूरिया व पोटाश की कई बोरियों को खाकर चट कर दिया।

रायगढ़. रायगढ़ रेंज के बंंगुरसिया सर्किल में हाथियों ने नर्सरी के स्टोर में रखे यूरिया व पोटाश की कई बोरियों को खाकर चट कर दिया। इससे विभाग की नींद इस बात को लेकर उड़ गई कि हाथियों के साथ किसी अनहोनी ना हो जाए। हाथियों पर लगतार निगरानी रखी गई। यूरिया व पोटाश खाने से हाथियों की मौत तो नहीं हुई पर लूज-मोशन जरुर हुआ। जिससे विभाग ने राहत की सांस ली।

रायगढ़ रेंज के बंगुरसिया व जुनवानी में हाथियों के उत्पात कोई नई बात नहीं है। पर इस बात हाथियों ने कुछ ऐसा कर दिया कि विभागीय अधिकारियों की नींद उड़ गई। मामला बंगुरसिया सर्किल स्थित आरके नर्सरी का है। जहां पिछले दिनों हाथियों के दल ने अपनी मौजूदगी दर्ज कराते हुए फूल-पौधों को नुकसान पहुंचाने के साथ ही नर्सरी के स्टोर रुम तक जा पहुंचे। जहां कीटनाशक के साथ यूरिया व पोटाश रखा गया था। हाथी, यूरिया व पोटाश की बोरी को नीचे गिराने के साथ ही उसे कुछ देर मेंं ही चट कर गए।

उसके बाद जंगल की ओर निकल गए। जब नर्सरी के लोगों ने मामले की जानकारी विभाग को दी तो संबंधित अधिकारी व कर्मचारी की परेशानी बढ़ गई।

उन्हें इस बात का डर था कि यूरिया व पोटास खाने के बाद हाथियों के साथ कुछ अनहोनी ना हो जाए। ऐसे में, हाथियों पर लगातार नजर रख उनकी गतिविधियों को पल-पल नोटिस किया जाने लगा। दो-तीन दिन गुजरने के बाद हाथियों के साथ कुछ अनहोनी होने की सूचना तो नहींं मिली पर पोटाश व यूरिया खाने के बाद उनका लूज मोशन जरुर हो गया। जिसकी पुष्टि विभागीय अधिकारी भी कर रहे हैंं। पर बात जब लूज मोशन पर आकर रुक गई तो विभागीय अधिकारी व कर्मचारी ने राहत की सांस ली।


सहमे रहते हैं ग्रामीण- रायगढ़ रेंज के ग्राम बंगुरसिया व जुनवानी, हाथियों का स्थायी रहवास स्थल है। जहां नियमित रुप से हाथी मौजूद रहते हैं और खाने-पीने को लेकर स्थानीय किसानों की खेतों की ओर रुख करते हैंं। कभी कभी किसानों की जान पर भी बन जाती है। यहीं वजह है कि उक्त क्षेत्र के ग्रामीण, हाथियों को लेकर काफी सहमे हुए रहते हैं।