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यहां कई दशक पीछे चल रहा जमीन का नक्शा

इसके बाद भी पटवारी और राजस्व विभाग के अधिकारी इसको लेकर गंभीर नहीं है। बताया जाता है कि राजस्व रिकार्ड को नियमित दुरूस्त नहीं करने के कारण आज इसप्रकार की स्थिति बन रही है।

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Piyushkant Chaturvedi

Sep 18, 2016

ground behind several decades

Map of the ground behind several decades

रायगढ़.
जिले के पटवारियों और राजस्व विभाग के अधिकारियों को नक्शे में सुधार करने का फुर्सत नहीं है। यही कारण है कि खसरा पंचसाला रिपोर्ट और नक्शे का मिलान नहीं हो पा रहा है। जिले से गई रिपोर्ट पर सवाल उठा और इसे दुरूस्त करने के निर्देश दिए गए हैं। इसके बाद भी पटवारी और राजस्व विभाग के अधिकारी इसको लेकर गंभीर नहीं है। बताया जाता है कि राजस्व रिकार्ड को नियमित दुरूस्त नहीं करने के कारण आज इसप्रकार की स्थिति बन रही है। राजस्व विभाग के नक्शा पंचसाला के हिसाब से अपडेट न होने के कारण एक जमीन के कई बार बिक्री व अन्य कई प्रकार की घटनाओं में भी इजाफा होते जा रहा है।


समय-समय पर इसप्रकार की शिकायत भी जिला प्रशासन के पास आता है इसके बाद भी राजस्व विभाग राजस्व रिकार्ड को दुरूस्त करने में गंभीरता नहीं बरत रहा है। इसका खामियाजा आम जनों को भुगतना पड़ रहा है। किसी जमीन की एक बार बिक्री होने के बाद रिकार्ड में अपडेट न होने के कारण भू-माफिया इसका लाभ उठाते हैं और आम जन परेशान होते हैं। जबकि शासन स्तर पर गौर किया जाए तो समय-समय पर रिकार्र्ड दुरूस्त करने के लिए निर्देश दिया जाता है लेकिन इन निर्देशों पर अमल करने के बजाए राजस्व विभाग इसे रद्दी की टोकरी में डाल देते हैं यही कारण है कि अब तक खसरा पंचसाला और नक्शे का मिलान नहीं हो पाया है।


क्या होना चाहिए

जानकार बताते हैं कि किसी जमीन के नामांतरण, बंटवारा या फिर खरीद बिक्री के पूर्व पटवारियों द्वारा नक्शा काटा जाता है लेकिन उक्त सभी प्रक्रिया होने के बाद इसे अपडेट करने में काफीसमय लेते हैं। हांलाकि यह रिकार्ड पंसाला रिपोर्ट में तो आ जाता है लेकिन नक्शा में उल्लेख नहीं होता है। जबकि उक्त प्रक्रिया के तत्काल बाद इसे अपडेट करना चाहिए।


और फिर छुट जाता है

किसी समय नामांतरण, बंटवारा और जमीन की खरीद बिक्री होने के बाद नक्शे में अपडेट नहीं होता है। इस बीच अगर किसी पटवारी का ट्रांसफर हो गया तो यह छुट जाता है और फिर नया पटवारी देखता है कि अपडेट नहीं है तो वह भी उसे छोड़ देता है। जिले के राजस्व विभाग में इसीप्रकार का कार्य चल रहा है।


दिया गया है अल्टीमेटम

पूर्व में शासन स्तर पर जिले को तीन माह में भू-अभिलेख के रिकार्ड दुरूस्त करने के निर्देश दिया गया है। वहीं विभाग के अधिकारियों की माने तो कलक्टर ने भी रिकार्ड दुरूस्त करने निर्देश दिया है जिस पर पटवारियों की डयूटी लगाई गई है। 15 दिन में इसकी समीक्षा करने कहा गया है।

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