23 दिसंबर 2025,

मंगलवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

अधिकारियों की लिस्ट और नेताओं की सूची के चक्कर में अटक गई 140 नई राशन दुकानें

दिसंबर तक करना था 140 नई राशन दुकानों का आवंटन अब तक नहीं, 463 आवेदन, चार माह में भी नहीं हुआ आवंटन

2 min read
Google source verification
दिसंबर तक करना था 140 नई राशन दुकानों का आवंटन अब तक नहीं

दिसंबर तक करना था 140 नई राशन दुकानों का आवंटन अब तक नहीं

रायपुर. राजधानी में खुलने वाली राशन दुकानों का आवंटन विभागीय अधिकारियों के मोह के कारण अटक गया है। अधिकारियों ने खुद के चहेतों को दुकान देने का वादा किया था और सुविधा शुल्क भी ले लिया। लिस्ट भी तैयार हो गई। इसके बाद कुछ राजनेताओं ने भी अपने खास लोगों की सूची अधिकारियों को थमा दी।

ऐसे में अब अधिकारियों के आगे दुविधा है कि वह राशन दुकानें किसे दें। बता दें कि वार्डों में 140 नई राशन दुकानें खोलने के लिए पांच माह पहले आवेदन मंगाया गया था। इसके लिए 463 आवेदन आए थे। सरकार की मंशा है कि कोरोना संक्रमण में राजधानी के 70 वार्डों में दुकानों की संख्या दोगुनी करना था, लेकिन अब तीसरी लहर अंतिम दौरान में है, फिर भी नई राशन दुकान शुरू नहीं हो पाई।

इस आधार पर नई दुकानें

विभाग द्वारा आवेदनों की जांच की जा चुकी है। खाद्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि न्यूनतम, प्राथमिकता और अंत्योदय राशन कार्ड के 500 संख्या के अलावा सामान्य राशन कार्ड संख्या का समानुपातिक संख्या में नए राशन दुकानों में विभाजित किया जा रहा है। पूर्व के दुकानदारों से 1-1 लाख की डिमांड करने की बात भी सामने आ चुकी हैं। इतना ही नहीं कुछ दुकानों के आवंटन संबंधी रसूखदारों के फोन अधिकारियों के पास आ रहे हैं।

यह भी चर्चा

राशन दुकानों की निविदा प्रक्रिया में रसूखदारों के आपसी विवाद के कारण दोबारा निविदा करने की बात भी सामने आ रही है। निविदा प्रक्रिया को जानबूझकर अटकाया जा रहा है ताकि विलंब से फिर निविदा करने में आसानी हो सके।

पर्याप्त आवेदन के बाद भी बढ़ाई गई थी तारीख

राशन दुकानों के आवंटन के लिए पहले 31 अगस्त 2021 तक आवेदन की तारीख रखी गई थी। इस दौरान 200 से ज्यादा आवेदन आए। इसके बाद फिर से आवेदन करने की तिथि बढ़ा कर 15 सितंबर 2021 कर दी गई थी। इसके बाद से अचानक 450 से ज्यादा आवेदन आ गए।

अटैच करने का चल रहा है खेल

शहर की 130 राशन दुकानों में से 45 ऐसी हैं, जो किसी अन्य राशन दुकान में संलग्न है। संलग्नीकरण को लेकर विभाग में बड़ा खेल चल रहा है। चहेते लोगों की समितियों में दुकान संलग्न करने के लिए मामूली लोगों की दुकानों में योजनाबद्ध तरीके से कार्रवाई कर दुकानें बांटी जा रही हैं। इसी वजह से निविदा अटकाई जा रही है। प्रशासन की मंशा थी कि हर वार्ड में 3 से ज्यादा राशन दुकानें हो जाए, जो अभी आमतौर से 1 या 2 है।

140 नई राशन दुकान प्रक्रियाधीन

70 वार्डों में राशन कार्डों की संख्या

इनका है कहना

मामले में रायपुर कलेक्टर सौरभ कुमार का कहना है कि निविदा और दुकानों के आवंटन के लिए एडीएम की अध्यक्षता में समिति बनाई गई है। आखिर विलंब क्यों हो रहा है, इसकी जानकारी ली जाएगी। जल्द से जल्द आवंटन करने की प्रक्रिया की जाएगी।