पत्रिका कार्यालय में स्वास्थ्य मंत्री श्यामबिहारी जायसवाल से चर्चा करते हुए राज्य संपादक पंकज श्रीवास्तव। साथ में स्थानीय संपादक प्रदीप जोशी।
– पीलूराम साहूCG NEWS : छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री श्यामबिहारी जायसवाल शनिवार को पत्रिका कार्यालय पहुंचे। उन्होंने 20 साल की कार्ययोजना बताई। उन्होंने कहा कि सरकारी अस्पतालों को ऐसा बनाया जाएगा, जैसे निजी अस्पताल होते हैं। कोई भी मरीज सरकारी अस्पताल आकर न लाैटे। अंबिकापुर में सुपर स्पेशलिटी अस्पताल बनाया जा रहा है। जगदलपुर व बिलासपुर में सुपर स्पेशलिटी तैयार है। बस्तर के मरीज या जवानों को एयरलिफ्ट कर रायपुर न लाना पड़े, ऐसी व्यवस्था की जा रही है।
मेडिकल कॉलेजों में डॉक्टरों के काफी पद खाली हैं, इसे भरने के लिए क्या कर रहे हैं? मेडिकल कॉलेजों में 232 असिस्टेंट प्रोफेसरों की भर्ती की जाएगी। इसके लिए पीएससी (PSC) को प्रस्ताव बनाकर भेज दिया गया है। साथ ही स्वास्थ्य विभाग के अस्पतालों में एनएचएम से 3000 नर्सिंग व पैरामेडिकल स्टाफ की भर्ती की जाएगी। वहीं, डीएमई सेटअप के 6300 तृतीय व चतुर्थ वर्ग के कर्मचारियों की भर्ती की जानी है। आरक्षण रोस्टर तय करने के लिए जीएडी से राय ली जा रही है।
रीएजेंट व दूसरे जरूरी उपकरण के लिए सीजीएमएससी (CGMSC) का मुंह देखना पड़ताहै? इस समस्या को कैसे हल करेंगे? हमने डीन व अस्पताल अधीक्षक का परचेस पावर बढ़ाकर 5 लाख कर दिया है। यही नहीं, फाइनेंस व कमेटी मिलकर 25 लाख व ऑटोनाॅमस की जनरल बॉडी 3 करोड़ रुपए तक परचेस कर सकेगी। इससे रीएजेंट या दूसरे जरूरी चीजों के लिए भटकना नहीं पड़ेगा।
कैंसर विभाग की पेट सीटी स्कैन व गामा कैमरा मशीन साढ़े 6 साल से बंद हैं। चालू क्यों नहीं करवा रहे हैं? मंत्री बनने के बाद पहले ही दौरे में पेट सीटी मशीन (PET CT Scan) को चालू करने के लिए प्रयास कर रहे हैं। 22 करोड़ की मशीन की जांच के लिए सर्वे का काम पूरा हो गया है। मशीन चालू हालत में है या नहीं, देख रहे हैं। मशीन जल्द शुरू हो जाएगी। यही नहीं, कैंसर विभाग (Cancer Department) के लिए नई सीटी सिम्युलेटर मशीन के लिए टेंडर भी कर दिया गया है। नई सोनोग्राफी मशीन भी खरीद रहे हैं।
पोस्टमार्टम की रिपोर्ट में देरी होती है, कोई अत्याधुनिक मशीन भी नहीं है? 7 करोड़ की लागत से नई वर्चुअल मशीन खरीद रहे हैं। इससे पीएम करने में आसानी होगी। देश में चौथी मशीन नेहरू मेडिकल काॅलेज रायपुर में लगेगी। यह मशीन एम्स दिल्ली (AIIMS Delhi), मुंबई व दक्षिण भारत के एक शहर में है।
यह भी पढ़ें : एक लाख साक्षरता केंद्र खोले जाएंगे छत्तीसगढ़ में7 साल से एसीआई में बायपास सर्जरी नहीं हो रही है? अब तो ओपन हार्ट सर्जरी भी नहीं हो रही है? बायपास सर्जरी (Bypass Surgery) के लिए जरूरी स्टाफ जैसे परफ़्यूजिनिस्ट, फिजिशियन असिस्टेंट, एनेस्थेटिस्ट की नियुक्ति की जाएगी। एबीजी मशीन के लिए जरूरी रीएजेंट की व्यवस्था करने को कहा गया है।
बेड की कमी से अस्पतालों में परेशानी न हो, क्या कदम उठा रहे हैं? आंबेडकर अस्पताल रायपुर व सिम्स बिलासपुर में 700-700 बेड की नई बिल्डिंग बना रहे हैं। इसके लिए बजट भी स्वीकृत कर दिया गया है। जरूरी नर्सिंग व पैरामेडिकल स्टाफ (Nursing and Paramedical Staff) की भर्ती कर रही रहे हैं। आंबेडकर अस्पताल में 700 बेड ही स्वीकृत हैं, इसलिए नए स्टाफ की भर्ती में दिक्कत हो रही है। एक्सटेंशन होने पर भर्ती का रास्ता खुल गया है।
कॉलेज व अस्पताल की व्यवस्था में सुधार करने या कसावट लाने बदलाव कर रहे हैं क्या? इस पर विचार चल रहा है। अस्पताल व कॉलेज की व्यवस्था सुधरे, इसलिए बदलाव जरूरी है। इस पर मंथन भी चल रहा है।