
रायपुर. प्रदेश में 15 अक्टूबर को कोरोना 231 दिन का हो गया। 18 मार्च 2020 को राजधानी रायपुर में पहला कोरोना संक्रमित मरीज (युवती) मिला था। और 14 अक्टूबर को संक्रमित मरीजों की संख्या 1.50 लाख का आंकड़ा पर कर गई। मगर, अक्टूबर में कोरोना मरीजों के मिलने की गति थोड़ी धीमी पड़ी है, जबकि स्वस्थ होने वाले मरीजों का ग्राफ ऊपर चढ़ता चला जा रहा है। जो अच्छे संकेत है। अक्टूबर के एक भी दिन 3 हजार से अधिक मरीज रिपोर्ट नहीं हुए।
आंकड़ों के मुताबिक 50 हजार से 1 लाख मरीज होने में 19 दिन लगे और 1 लाख से 1.50 लाख मरीज मिलने में भी 19 दिन का समय लगा। इन 19 दिन में 50,696 नए मरीज मिले, जबकि 51548 मरीजों ने कोरोना हराकर जंग जीत ली। यानी स्वस्थ हुए मरीजों की संख्या, संक्रमित मरीजों की संख्या से 852 अधिक पाई गई है। हालांकि इन 19 दिनों में 522 जानें गईं।
24 घंटे में 33 हजार टेस्ट तक हुए
पड़ताल के दौरान यह सवाल भी उठा कि मरीजों के कम मिलने की वजह कहीं टेस्टिंग में कमी तो नहीं। मगर, ऐसा नहीं है। 5 अक्टूबर से एक भी दिन 20 हजार से कम जांच नहीं हुईं। बल्कि 3 दिन तो 30 हजार से अधिक सैंपल जांच गए हैं। रायपुर में भी कोरोना जांच केन्द्रों में अगस्त-सितंबर की तुलना में कम लोग आ रहे हैं। जो आ रहे हैं उनका उसी दिन सैंपल लेकर रिपोर्ट भी 24-36 घंटे में आ रही है।
पीक अभी दूर है
प्रदेश के सभी स्वास्थ्य विशेषज्ञ, डॉक्टर और विभागीय अधिकारियों का स्पष्ट मत है कि पीक अभी दूर है। भले ही अक्टूबर के 14 दिनों में मिलने वाले मरीजों की संख्या 2-3 हजार के बीच ही क्यों न सिमट गई हो। इन सबका मानना है कि पीक को लेकर 20अक्टूबर के बाद स्थिति कुछ हद तक साफ हो सकती है।
कोरोना संक्रमण की रफ्तार में कहा जा सकता है कि थोड़ी कमी आई है। मगर, पीक कब आएगा इस पर कोई कुछ नहीं कह सकता। संक्रमण की गति कम होती जाए, यही प्रयास है।
डॉ. सुभाष पांडेय, प्रवक्ता एवं संभागीय संयुक्त संचालक, स्वास्थ्य विभाग
Published on:
16 Oct 2020 11:11 am
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