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Chardham yatra 2024: यमुनोत्री में था 30 KM लंबा जाम, बेटे-बहु के साथ 12 घंटे फंसी रहीं 75 साल की महिला… जैसे तैसे बाहर निकले

Chardham Yatra 2024: यदि प्रशासन की तरफ से सुबह सूचना दे दी जाती तो जो लोग जहां रुके हुए हैं, वे बाहर नहीं निकलते। परंतु अव्यवस्था के भंवरजाल में अब हजारों लोग फंसे हैं।

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Chardham Yatra 2024: Raipur family stuck in jam at Yamunotri dham

Chardham Yatra 2024: उम्र के अंतिम पड़ाव में सोचा कि अब चारधाम की यात्रा कर लूं। बहू, बेटी और बेटा साथ हैं। भगवान का धन्यवाद, यमुनोत्री के दर्शन तो कर लिए परंतु 12 घंटे लग गए। बाहर निकलने में सांसें फूल गई। फिर भी हमारा परिवार जहां ठहरा हुआ था, वहां सकुशल वापस लौट आया है। चारधाम यात्रा पर गए रायपुर के मिश्रा परिवार की वरिष्ठ विमला मिश्रा ने आंखों देखा हाल बयां किया।

75 वर्षीय विमला मिश्रा अपने बहू, बेटी और बेटे के साथ हैं। उन्होंने बताया कि इतने बड़े तीर्थ स्थान में ऐसी अव्यवस्था कल्पना से बाहर है। हम लोग रायपुर से हवाई जहाज से नई दिल्ली पहुंचे और प्राइवेट टैक्सी से रविवार को ही यमुनोत्री से 20 किमी पहले एक होटल में रुके। होटल रायपुर से निकलने से पहले बुक करा लिए थे। सोमवार को सुबह 8 बजे सपरिवार यमुनोत्री का दर्शन करने निकले, तब तक प्रशासन की तरफ से कोई सूचना नहीं दी जा रही थी कि बड़ी संया में श्रद्धालु उमड़ पड़े हैं। जैसे-जैसे आगे बढ़े तो ट्रैफिक में फंसते गए, जैसे-तैसे 10 से 12 घंटे में बाहर निकल पाए हैं।

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Chardham Yatra 2024 CG: 25 से 30 किमी लंबा ट्रैफिक जाम

विमला मिश्रा की बहू पूनम मिश्रा ने बताया कि यमुनोत्री से 25 से 30 किमी तक लंबा जाम लग चुका है। बोरकोड से लेकर पालेघाट तक गाड़ियों का कहीं ओर-छोर नजर नहीं आता। ऐसी स्थिति में ही यमुनोत्री का दर्शन कर बारकोड में जहां ठहराते हुए थे, वहां रात 8 बजे वापस लौट पाए। अब प्रशासन ने आवाजाही रोक दिया है। हमारी यह तीर्थ यात्रा एक सप्ताह की है। कल गंगोत्री के दर्शन के लिए निकलेंगे।

50 से 60 रुपए में पानी बोतल मिल रहा

Chardham Yatra 2024 Chhattisgarh: तीर्थ यात्रामें फंसे यात्री परिवार ने बताया कि उत्तराखंड प्रशासन पूरी तरह से नाकाम है। व्यवस्था बनाने का कोई इंतजाम नहीं। यदि प्रशासन की तरफ से सुबह सूचना दे दी जाती तो जो लोग जहां रुके हुए हैं, वे बाहर नहीं निकलते। परंतु अव्यवस्था के भंवरजाल में अब हजारों लोग फंसे हैं। जबकि केदारनाथ का पट 10 मई को खुल गया था। रास्ते में 50 से 60 रुपए में पानी का बोतल मिलता है। जो मैगी 20 रुपए में वह 40-45 रुपए में मिलती है।

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रायपुर से कई परिवार निकले हैं तीर्थ यात्रा पर

रायपुर से कई परिवार चारधाम तीर्थ पर निकले हैं। कुछ परिवार अभी ट्रेन में सफर कर रहे हैं। जो मंगलवार को पहुंचेंगे। मोहन तिवारी ने बताया कि उनका परिवार रास्ते में है, परंतु वहां की स्थितियों की सूचना मिल गई है।

ये हैं चारधाम के प्रमुख तीर्थ स्थान

बद्रीनाथकेदारनाथ, यमुनोत्री और गंगोत्री। इन्हीं पावन तीर्थ स्थानों के दर्शन के लिए देशभर में हजारों की संया में लोग पहुंच चुके हैं और यह सिलसिला जारी है।