
New Swagat Vihar Illegal Colony : राजधानी के चर्चित न्यू स्वागत विहार के प्रभावितों को प्लॉट मिलना तो तय हो गया, परंतु रोड, नाली, बिजली-पानी जैसी मूलभूत सुविधाओं को लेकर ऊहापोह की िस्थति बनी हुई है। क्योंकि बिल्डर की इस विवादग्रस्त कॉलोनी को राज्य शासन ने अवैध घोषित कर दिया है। इसलिए जब तक प्रति वर्ग फीट के हिसाब से विकास शुल्क का निर्धारण नहीं हो जाता है, तब तक लोगों का न तो मकान निर्माण के लिए नक्शा पास होगा न ही मूलभूत सुविधाओं का विकास होगा। रविवार को नए लेआउट को देखने के लिए बड़ी संख्या में प्रभावित स्वागत विहार पहुंचे।
न्यू स्वागत विहार के बिल्डर वाले सभी आठों लेआउट हाईकोर्ट के आदेश पर निरस्त किए जा चुके हैं। इस निजी कॉलोनी में भूखंड खरीदने वाले हजारों लोगों को न्याय दिलाने के लिए तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने ठोस कदम उठाया। इससे यह साफ हो गया है कि जितने लोगों ने स्वागत विहार में प्लाॅट खरीदे थे, उन सभी को रायपुर विकास प्राधिकरण के नए लेआउट के अनुसार भूखंड मिलना तय हो गया है। परंतु अभी विकास शुल्क तय करने को लेकर नगर निगम और टाउन एंड कंट्री प्लानिंग के तरफ से कोई प्रक्रिया नहीं की गई है। जबकि इन दोनों विभागों द्वारा दर प्रस्तावित करने पर ही राज्य शासन की मुहर लगनी है।
नए लेआउट में गार्डन, ईडब्ल्यूएस, सामुदायिक भवन की जगह खत्म
नोडल एजेंसी आरडीए के आर्किटेक्टर, इंजीनियरों की टीम ने बिल्डर द्वारा अपने लेआउट में शामिल सरकारी और नाले की जमीन को अलग कर नए सिरे से न्यू स्वागत विहार के लेआउट बनाया। इसमें पूरे 2900 से ज्यादा लोगों की रजिस्ट्री के अनुसार भूखंड दिलाने का प्लान तैयार किया। इसके लिए निजी कालोनाइजर्स के लिए अनिवार्य गार्डन, ईडब्ल्यूएस, सामुदायिक भवन की जगहों को समाप्त करनी पड़ी। आरडीए के नए लेआउट को राज्य कैबिनेट से अप्रूवल 26 सितंबर 2023 को मिला और न्यू स्वागत विहार अवैध कॉलोनी घोषित की गई। ताकि सभी प्रभावितों को उनका भूखंड मिल सके।
प्रभावितों को दिखाया गया नया लेआउट
न्यू स्वागत विहार भू एवं भवन स्वामी संघ ने अपनी वार्षिक बैठक रविवार को दोपहर 1.30 बजे से न्यू स्वागत विहार में आयोजित किया। संघ के सचिव वेदपुरी गोस्वामी, उपाध्यक्ष प्रदीप तिवारी, कोषध्यक्ष अमित यादव एवं संचालक मंडल के सदस्यों ने सभी हितग्राहियों को बिल्डर मेसर्स संजय वाजपेयी प्रालि के डायरेक्टर योगेश्वर शुक्ला की मौजूदगी में यहां पहुंचे लोगों को नए लेआउट में उनके प्लाट के बारे में जानकारी दी गई। प्रभावितों ने ग्रामीण विधायक मोतीलाल साहू को भी बुलाया था, परंतु वे किसी कारण से नहीं आए।
प्रभावित बोले- 14 वर्ष की उलझन अब हुई खत्म
स्वागत विहार में उनके हक का भूखंड मिलने की उम्मीद में प्रभावितों में खुशी का माहौल दिखा। उनका कहना था कि 14 वषो की उलझन अब खत्म हुई। नई सरकार से जल्द से जल्द प्लाॅट समयसीमा के भीतर कराने का आग्रह किया। स्वागत विहार में निवासरत 35 परिवारों के सदस्य भी मीटिंग में उपस्थित थे, जिन्होंने कुछ डेवलपमेंट नगर निगम के द्वारा जल्द शुरू कराने की बात कही। क्योंकि खस्ताहाल स्वागत विहार में रहना मुसीबत भरा है।
Published on:
18 Dec 2023 10:32 am
बड़ी खबरें
View Allरायपुर
छत्तीसगढ़
ट्रेंडिंग
