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Kolkata रेप-मर्डर केस के बाद छत्तीसगढ़ सरकार का बड़ा फैसला, अस्पतालों में तैनात किए जाएंगे आर्मी के रिटायर्ड जवान, हथियारों से होंगे लैस

CG News: काेलकाता कांड के बाद छत्तीसगढ़ सरकार अलर्ट हो गई है। महिला डॉक्टर की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए उन्होंने बड़ा फैसला लिया है। बता दें कि सरकारी अस्पतालों की सुरक्षा बढ़ाने अब आर्मी जवानों को तैनात किया जाएगा।

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Raipur News: स्वास्थ्य मंत्री श्यामबिहारी जायसवाल गुरुवार की सुबह 6.45 बजे आंबेडकर अस्पताल का निरीक्षण करने पहुंच गए। उन्होंने कोलकाता में पीजी छात्रा के साथ रेप के बाद उसकी हत्या की घटना को लेकर अस्पताल की सुरक्षा पर विशेष जोर दिया। उन्होंने कहा कि अब आंबेडकर समेत प्रदेश के सभी 10 मेडिकल कॉलेज अस्पतालों में बंदूकधारी आर्मी के रिटायर्ड जवानों की तैनाती की जाएगी। ये नहीं मिलेंगे, तो दूसरे विकल्पों पर विचार किया जाएगा। मंत्री के सुबह अस्पताल पहुंचने के कारण डीन डॉ. तृप्ति नागरिया व अस्पताल अधीक्षक डॉ. एसबीएस नेताम मौके पर नहीं पहुंच पाए।

ट्रामा सेंटर का निरीक्षण करने के बाद मंत्री इस बात से संतुष्ट नजर आए कि वहां मरीजों के इलाज के लिए जूनियर डॉक्टर थे। इसके बाद बच्चों की पीआईसीयू का निरीक्षण किया। डिस्मेंटल हॉस्टल की तरफ भी गए, जहां झाड़ी उग चुकी हैं। उन्हें मौके से पीडब्ल्यूडी के इंजीनियर को कॉल कर रास्ता ठीक करने के कहा। फिर इंटर्न हॉस्टल गए, जहां अभी पीजी छात्र रहते हैं। मंत्री आंबेडकर अस्पताल का निरीक्षण करने बाद जिला अस्पताल पंडरी और कालीबाड़ी मातृ शिशु अस्पताल भी गए।

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छात्रों और सुरक्षा गार्ड से भी बात

छात्रों से उन्होंने समस्याओं के बारे में जानकारी ली। सुरक्षा गार्ड से भी बात की। मंत्री के साथ सर्जरी विभाग के प्रोफेसर डॉ. संतोष सोनकर मौके पर थे। वे कॉलेज कैंपस के आवास में रहते हैं। इसलिए मंत्री ने उन्हें कॉल कर बुलाया था।

आंबेडकर प्रदेश का 1252 बेड का सबसे बड़ा अस्पताल

  • - सुरक्षा के लिए महज 100 गार्ड ही तैनात।
  • - वार्डों व आईसीयू में कोई भी बेधड़क जा सकता है
  • - रात में सुरक्षा बढ़ाने की जरूरत, जो अभी नहीं है
  • - खासकर ब्लड बैंक, रेडियोलॉजी व हॉस्टल की ओर

महिला डॉक्टर जताई थी कोलकाता की तरह जताया खतरे की आशंका

काेलकाता में 9 अगस्त की घटना के बाद 11 अगस्त को महिला असिस्टेंट प्रोफेसर ने यहां भी रात में खतरे की बात लिखी थी। पीजी करने के दौरान महिला डॉक्टर ने जो महसूस किया, उसमें लिखा कि खासकर रात में ब्लड बैंक, रेडियोलॉजी विभाग व होस्टल से मर्चुरी होते अस्पताल का रास्ता खतरनाक है। बाहरी शराबी यहां परिसर में मौजूद रहते हैं, जिससे कभी भी अनहोनी हो सकती है। रेडियोलॉजी एकदम सूना रहता है, जहां कोई गार्ड भी नहीं रहता। यही नहीं पूरे अस्पताल परिसर में रात के दौरान गार्ड नजर नहीं आते।