Mule account:@नारद योगी। म्यूल बैंक खाते खोलने का गोरखधंधा बड़े पैमाने पर चल रहा है। पूरा खेल 10 से 20 फीसदी कमीशन का है। इन बैंक खातों में होने वाले ट्रांजेक्शन पर कमीशन फिक्स रहता है। इनमें रोज लाखों का ट्रांजेक्शन होता है, जिससे म्यूल खाता देने वाले को कमीशन के तौर पर काफी पैसा मिलता है। इसके चक्कर में म्यूल बैंक खाता खुलवाने का एक अलग गोरखधंधा चल रहा है। इसके पीछे बैंकिंग और फायनेंस के जानकार लोग हैं।
इन बैंक खातों का इस्तेमाल ऑनलाइन गेम, साइबर ठगी, ऑनलाइन सट्टा, फॉरेक्स ट्रेडिंग जैसी गतिविधियों में हो रहा है। रेंज साइबर थाना की टीम अब तक 2 हजार से अधिक म्यूल खातों को होल्ड करवा चुकी है। इसके बाद भी ये खेल जारी है। कमीशन के लालच में कई युवा भी म्यूल खाता खुलवा रहे हैं। हालांकि जानकारी मिलने पर पुलिस त्वरित कार्रवाई करते हुए ऐसे खातों को होल्ड करवा देती है।
250 आरोपियों की हो चुकी है गिरफ्तारी
रायपुर साइबर थाने की टीम अब तक अलग-अलग शहर से 250 से ज्यादा आरोपियों को पकड़ चुकी है। इनमें म्यूल खाताधारक, ठग, आदि शामिल हैं। इन खातों में 3 करोड़ से अधिक राशि होल्ड कराई गई है। म्यूल खाता खुलवाने वालों में रायपुर, बिलासपुर, दुर्ग-भिलाई के अलावा अन्य राज्य और शहर के आरोपी भी शामिल हैं।
90 फीसदी खाते कंपनियों के नाम
अधिकांश म्यूल खाते कंपनी या फर्म के नाम पर खोले जा रहे हैं, ताकि उसमें उसमें लाखों रुपए का ट्रांजेक्शन किया जा सकता है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक 90 फीसदी म्यूल बैंक खाते किसी न किसी फर्म के नाम से खुले हैं। इनका मकसद अवैध गतिविधियों से प्राप्त रकम का आसानी से ट्रांजेक्शन करना है।
दो ढाई लाख तक में बेच रहे खाता
म्यूल खाता बेचने का गोरखधंधा बड़े पैमाने पर चल रहा है। कमीशन पर खाता देने के अलावा ठगों के कई एजेंट तो एक-एक म्यूल खाते को 2 से ढाई लाख रुपए तक में बेच रहे हैं। सेविंग खातों में ट्रांजेक्शन की लिमिट तय है, इसलिए किसी फर्म के नाम पर अकाउंट खोले जा रहे हैं।
म्यूल खाता खुलवाने वाले कुछ मुख्य आरोपी
म्यूल खाता धारकों के खिलाफ कार्रवाई कर रहे हैं। कई लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। साइबर ठगी में शामिल होने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। ऑपरेशन साइबर शील्ड चलाया जा रहा है।-अमरेश मिश्रा, आईजी, रायपुर
Updated on:
14 Jun 2025 01:50 pm
Published on:
14 Jun 2025 12:26 pm