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CG Cyber Thug: देश-विदेश में बनाया गैंग्स ऑफ साइबर ठग्स, एक और सीए से 94 लाख की ठगी

CG Cyber Thug: रायपुर जिले में साइबर ठगी में इन दिनों शेयर बाजार में निवेश के नाम पर ऑनलाइन ठगी का ट्रेंड चल रहा है। ठगी के शिकार होने वालों में राजधानी के एक और सीए का नाम जुड़ गया है। सीए और उनकी पत्नी से शेयर ट्रेडिंग के नाम पर 94 लाख रुपए की ऑनलाइन ठगी हो गई है।

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Cyber thagi

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CG Cyber Thug: छत्तीसगढ़ के रायपुर जिले में साइबर ठगी में इन दिनों शेयर बाजार में निवेश के नाम पर ऑनलाइन ठगी का ट्रेंड चल रहा है। ठगी करने के लिए वाट्सऐप टेलीग्राम में ग्रुप बनाया जाता है। हर ग्रुप में कम से कम 50 से 100 मेंबर होते हैं। इनमें कई विदेशी नंबर वाले मेंबर भी होते हैं। सभी आपस में मिले हुए रहते हैं। जिससे ठगी करना होता है, उन्हें इसी ग्रुप से जोड़ते हैं।

CG Cyber Thug: इसके बाद ग्रुप एडमिन और मेंबर शेयर बाजार या क्रिप्टो करेंसी में निवेश करने उकसाने वाले मैसेज करते हैं। ये ग्रुप ज्यादातर फाइनेंस के जानकारों चार्टर्ड अकाउंटेंट, कारोबारी और डॉक्टर जैसे लोगों को ठग रहे हैं। ठगी भी 5- 10 लाख की नहीं है। हर ठगी 50 लाख रुपए से अधिक की सामने आ रही हैं। इस साल शहर के 3 डॉक्टर, 4 सीए सहित 50 से ज्यादा लोग इसी पैटर्न से ठगे जा चुके हैं।

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CG Cyber Thug: ठगी का आभास होते ही तत्काल करें पुलिस में शिकायत

Cyber Crime: शेयर ट्रेडिंग के नाम पर ठगने वालों का बड़ा ग्रुप है। शुरुआत वाट्सऐप और टेलीग्राम ग्रुप में जोड़ने से करते हैं। पहले 50 से 100 या इससे अधिक मेंबर वाले ग्रुप में जोड़ते हैं। इसके बाद पैसा निवेश कराने के लिए दूसरे ग्रुप में जोड़ते हैं। फिर ऐप डाउनलोड कराते हैं। हर ग्रुप में कई विदेशी नंबर वाले मेंबर भी होते हैं। इससे तय है कि इसमें देश के अलावा विदेश में बैठे ठग भी शामिल हैं।

Cyber Crime: ठगी के शिकार होने वालों में राजधानी के एक और सीए का नाम जुड़ गया है। सीए और उनकी पत्नी से शेयर ट्रेडिंग के नाम पर 94 लाख रुपए की ऑनलाइन ठगी हो गई है। देवेंद्र नगर और रेंज साइबर थाना की पुलिस इसकी जांच कर रही है। शिकायत के मुताबिक 33 वर्षीया महिला को एक अनजान नंबर ने ग्लोबल एआई 9115 इंटेलिजेंस स्टॉक मार्केट कंपीटिशन नमक वाट्सऐप ग्रुप में जोड़ दिया। इसके बाद वीआईपी 568 एआई ग्रुप में जोड़ा गया। इसके बाद ग्रुप के चंद्रा टकाल (प्रोफसर) और उसकी असिस्टेंट जीवाना गोपाल ने उन्हें शेयर मार्केट में पैसा लगाने पर भारी मुनाफा दिलाने का झांसा दिया।

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ठगने वालों का 50 से 100 लोगों का है ग्रुप

इसके बाद डायवा सिक्योरिटीज का डीमेट खाता खुलवाया गया। फिर कंपनी की असिस्टेंट सारा स्मिथ ने मोबाइल ऐप डाउनलोड करवाया। उसी के जरिए पैसा जमा कराती थी। निवेश में मुनाफा की जानकारी भी देती थी। महिला ने सारा के बताए अनुसार 11 लाख 80 हजार रुपए जमा किए। इसमें महिला ने लाभ के 3 लाख रुपए निकला भी। इस बीच महिला के सीए पति भी इसी में पैसा लगाने लगे।

उन्होंने कुल 82 लाख 50 हजार रुपए शेयर में लगाए। उनके खाते में फायदे की राशि दिख रही है, लेकिन उसे निकालने के लिए और पैसों की मांग की। बाद में ग्रुप से दोनों को निकाल दिया। इसकी शिकायत पति-पत्नी ने देवेंद्र नगर थाने में की है। इसके बाद रेंज साइबर थाना जांच कर रही है।

ऐसे बचें साइबर ठगी से

कई विदेशी नंबर, सुनियोजित ठगी

किसी भी अनजान वॉट्सऐप टेलीग्राम ग्रुप से न जुड़े।

किसी भी कंपनी के शेयर में अधिकृत एजेंट के जरिए पैसा लगाएं

ग्रुप में जो लोग निवेश की एडवाइस देते हैं, उनके प्रोफाइल चेक कर लें।

मुनाफा दिखाने वाला बैंक खाता वर्चुअल है असली है, इसका पता लगाने के बाद ही निवेश करें

जिस खाते में निवेश के मुनाफे की राशि आती है, उसे अपने बैंक में जाकर चेक कर लें