पूर्ववर्ती सरकार ने जन घोषणा पत्र में किए गए लगभग सभी वादों से मुकरते हुए न केवल प्रदेश के लिए बल्कि पूरे लोकतंत्र के लिए ही भरोसे का संकट पैदा कर दिया था। मुख्यमंत्री साय ने कहा कि हमारी सबसे बड़ी चुनौती जनता में इस विश्वास को कायम करने की थी। हमने विश्वास की बहाली की है।
CG News: जनता में विश्वास…
उन्होंने आगे कहा कि
किसानों से किया गया वादा पूरा करते हुए 3100 रुपए प्रति क्विंटल की दर और 21 क्विंटल प्रति एकड़ के मान से धान की रिकॉर्ड खरीदी की। जरूरतमंद परिवारों के लिए 18 लाख प्रधानमंत्री आवास उपलब्ध कराने के अपने वादे को पूरा करने के लिए सरकार बनने के दूसरे ही दिन कैबिनेट की बैठक में निर्णय लिया गया।
हमारी नई उद्योग नीति से राज्य के औद्योगिक क्षेत्र में भी विकास की नई संभावनाओं का सृजन हुआ है। नई उद्योग नीति में अनुसूचित जाति और जनजाति, महिला उद्यमियों, सेवानिवृत्त अग्निवीर, भूतपूर्व सैनिकों, नक्सल प्रभावित, आत्मसमर्पित नक्सलियों एवं तृतीय लिंग के उद्यमियों को विशेष प्रोत्साहन दिऐ जाने का प्रावधान है।
छत्तीसगढ़ की जीडीपी का लक्ष्य 10 लाख करोड़
मुख्यमंत्री साय ने कहा, हमारी एक बड़ी कामयाबी यह भी है कि हम नियद नेल्ला नार योजना के माध्यम से बस्तर के अंदरूनी गांव तक लोकतंत्र और विकास की किरणों को पहुंचाने में सफल हुए। (Chhattisgarh News) राज्य की साय सरकार का 13 दिसंबर को एक वर्ष पूरा हुआ। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने साय ने गुरुवार को न्यू सर्किट हाउस में सरकार की उपलब्धियों का रिपोर्ट कार्ड जनता के समक्ष पेश किया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने कहा, हमारा लक्ष्य 2028 तक छत्तीसगढ़ की जीडीपी 10 लाख करोड़ करने का है। हमारी सरकार इस दिशा में काम कर रही है। विश्व की सबसे बड़े प्राकृतिक शिवलिंग के रूप में मिली मान्यता
बस्तर में पर्यटन कॉरिडोर का निर्माण किया जा रहा है। यह बड़ी उपलब्धि है कि कांगेर घाटी के गांव धुरामारास ने अब विश्व पर्यटन के नक्शे पर जगह बना ली है। संयुक्त राष्ट्र विश्व पर्यटन संगठन ने इस गांव में पर्यटन के विकास के लिए इसे दुनिया के चुनिंदा 20 गांवों में शामिल किया है। गुरु घासीदास-तमोर पिंगला टाइगर रिजर्व के गठन से भी राज्य में पर्यटन के विकास की संभावनाओं को बल मिला है। सरगुजा में मधेश्वर पहाड़ को विश्व की सबसे बड़े प्राकृतिक शिवलिंग के रूप में मान्यता मिली है।
जनजातीय क्षेत्रों में नई सुविधाओं का किया विकास
जनजातीय गौरव दिवस के अवसर पर हमने राज्य के बैगा, गुनिया, सिरहा को सालाना पांच-पांच हजार रुपए की समान निधि देने की घोषणा की है। जनजातीय गांवों में अखरा निर्माण विकास योजना शुरू की गई है। जनजातीय स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों तथा नायकों की स्थान-स्थान पर प्रतिमाएं लगाने का निर्णय भी हमने लिया है। प्रदेश की माताओं-बहनों से किए गए वादे को पूरा करते हुए तीन माह के भीतर ही महतारी वंदन योजना शुरू की गई। इसका लाभ 70 लाख माताओं-बहनों को मिल रहा है।
छत्तीसगढ़ में सड़कों का मजबूत होगा नेटवर्क
CG News: मुख्यमंत्री साय ने कहा कि हमने जनजातीय क्षेत्रों में सड़क, रेल और हवाई सुविधाओं का विस्तार किया है। अबिकापुर के हवाई अड्डे से भी अब हवाई सेवा की शुरुआत हो गई है। अनुसूचित जनजाति, अनुसूचित जाति और अन्य पिछड़ा वर्ग के विकास के लिए गठित प्राधिकरणों में जनप्रतिनिधित्व को और मजबूत किया गया है। साथ ही छत्तीसगढ़ जनजातीय सलाहकार परिषद का गठन भी किया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि केन्द्र से हमें भरपूर सहयोग और समर्थन मिला है। इस दौरान 31 हजार करोड़ की सड़क परियोजनाएं लए स्वीकृत की गई है। दो सालों में
छत्तीसगढ़ में सड़कों का मजबूत नेटवर्क होगा। (Chhattisgarh News) साथ ही रेल नेटवर्क को मजबूत करने के लिए हमें कई महत्वपूर्ण रेल लाइनों की स्वीकृति प्राप्त हुई है। राज्य में चार मेडिकल कॉलेजों जांजगीर-चांपा, कबीरधाम, मनेन्द्रगढ़ और गीदम मेडिकल कॉलेजों की निर्माण के लिए 1020 करोड़ का प्रावधान किया है।