
सुब्रत राय का आरोप: सेबी को 19 हजार करोड़ दिए, लेकिन निवेशकों को सिर्फ 64 करोड़ ही लौटाए
रायपुर. निवेशकों का पैसा नहीं लौटाने के मामले में फंसे सहारा ग्रुप के मालिक सुब्रत रॉय ने एक बार फिर सेबी (भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड) पर आरोप लगाया है। दो दिवसीय दौरे पर आए सुब्रत राय ने सोमवार को रायपुर के इंडोर स्टेडियम में लगभग 7000 एजेंट्स की बैठक ली। कार्यक्रम के बाद सहारा ग्रुप की ओर से जारी बयान में कहा गया कि सेबी के पास सहारा की लगभग 19 हजार करोड़ रुपए (अर्जित ब्याज सहित) जमा है। दूसरी ओर बीते 60 महीनों में सेबी ने निवेशकों को मात्र 64 करोड़ रुपए ही लौटाए हैं। जबकि, इसके साथ ही सेबी के पास सहारा की लगभग 20 हजार करोड़ रुपए की अचल संपत्ति के मूल दस्तावेज़ भी जमा हैं।
उल्लेखनीय है कि 17 महीने में सुब्रत रॉय का रायपुर में यह दूसरा दौरा है। 30 मई 2016 को भी उन्होंने सेबी पर सहारा को फंसाने का आरोप लगाया था। सहारा ग्रुप ने कहा कि अगर सहारा ने 3 करोड़ निवेशकों को उनका धन नहीं लौटाया होता तो देश भर में खून-खराबा, कत्ल और आत्महत्याएं हो गई होती। जबकि, यहां तो एक एफआईआर तक नहीं हुई है।
छत्तीसगढ़ और ओडिशा के एजेंट्स जुटे
सुब्रत रॉय पिछले दो दिनों से रायपुर में भुवनेश्वर जोन की बैठक के लिए राजधानी आए हुए थे। पहले दिन जहां उन्होंने मैनेजर स्तर के अधिकारियों को संबोधित किया, वहीं दूसरे दिन राजधानी में छत्तीसगढ़ और ओडिशा के एजेंट्स की बैठक ली। सुब्रत रॉय ने कहा कि निवेशकों का सत्यापन किए बगैर कोई भी नतीजा निकालना भ्रम फैलाने जैसा है, साथ ही यह चुनौती भी दी कि एक भी खाता फर्जी नहीं है।
ओएफसीडी निवेशकों का सिर्फ 5 फीसदी बकाया
सहारा ग्रुप ने कहा, उन्होंने ओएफसीडी निवेशकों को 95 प्रतिशत रकम की अदायगी पहले ही दी है। इसके बावजूद भी सहारा ने सहारा-सेबी अकाउंट में 19 हजार करोड़ रुपए जमा कराए हैं। सहारा ने इस रकम अदायगी के सभी कागज़ी प्रमाण जैसे कि मूल वाउचर्स, बॉन्ड सर्टिफि़ केट्स व अन्य परिपक्वता के कागज़ात व रसीदें आदि उपलब्ध करा दिए हैं।
आयकर को 725 करोड़ अदा
सुब्रत रॉय ने कहा कि वे आयकर विभाग को 725.97 करोड़ की टीडीएस (टैक्स डिडक्टेड एट सोर्स) की राशि अदा कर चुके हैं, जो उन 95 प्रतिशत निवेशकों को मिलने वाले ब्याज पर देय था, जिसे हमने वर्ष 2009-10 तथा 2012-13 के बीच उनके निवेश की धनराशि के साथ ही चुकता कर दिया था।
रोक के कारण हुई समस्या
सुब्रत रॉय ने कहा कि कुछ समय के लिए कंपनी लिक्विडिटी की समस्या से जूझ रही है। यह समस्या उस रोक की वजह से हुई है, जिसमें यदि अपनी कोई सम्पत्ति बेच कर या इसे मार्टगेज रखकर धन एकत्रित करते हैं तो यह सारी रकम सहारा-सेबी के खाते में ही जमा करानी होगी।
न्यायालय के निर्देशों का करेंगे पालन
सहारा इंडिया परिवार ने कहा कि न्यायालय के निर्देशों का हमेशा से पालन किया गया है,वहीं यह आगे भी जारी रहेगा। कैश फ्लो की यह समस्या अस्थाई एवं कुछ समय के लिए ही है।
Published on:
16 Oct 2017 08:29 pm
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