जब तक छत्तीसगढ़ शासन ने रोड टैक्स माफ नहीं किया, तब तक सिटी बसों के चलाने के टेंडर प्रक्रिया में रॉयल ट्रेवल्स ने हिस्सा नहीं लिया। 27 जुलाई को जिस दिन टेंडर फाइनल होना था, उसके तीन-चार दिन पहले ही राज्य शासन ने अप्रैल 2020 से मार्च-2022 तक रोड टैक्स करीब 1 करोड़ रुपए माफ किया था। इसे संयोग या फिर प्लाङ्क्षनग कहा जाए कि 27 जुलाई को ही री-टेंडर की तारीख बढ़ाकर 8 अगस्त की गई थी। हालांकि रोड टैक्स माफ करने की मांग लंबे समय से की जा रही थी।
निगम की यातायात सोसायटी की शर्तों के अनुसार टेंडर फाइनल होने की तारीख से सभी 67 बसों को 45 दिनों के अंदर मरम्मत कराकर शहर के विभिन्न मार्गों पर चलाना है। सिटी बसों का मेंटेनेंस कराने के लिए 2 करोड़ रुपए शासन उस बस ऑपरेटर को देगा, जिसे ठेका मिलेगा। जबकि अमानत राशि के रूप में उस ट्रैवल्स कंपनी को 50 लाख रुपए निगम में जमा करना होगा।
बता दें कि कोरोना से पहले मार्च 2020 तक सिटी बसों का संचालन रायल्स ट्रेवल्स ही कर रहा था। पहला टेंडर जून में जारी हुआ, परंतु कोई ट्रांसपोर्टर आगे नहीं आया। ऐसी स्थिति में नगर निगम की यातायात शहरी सार्वजनिक सोसायटी ने तारीख आगे बढ़ाई तो 20 जुलाई को अंतिम तिथि पर रायपुर बस सर्विस (आरबीएस), मैट्रो ट्रैवल्स और मनीष ट्रेवल्स ने टेंडर फार्म भरा। परंतु इन तीनों में से किसी का टेंडर निगम प्रशासन ने फाइनल नहीं किया और चौथी बार फिर तारीख आगे बढ़ाकर 8 अगस्त तक, तब जाकर रायल्स ट्रैवल्स ने अब टेंडर फार्म जमा किया है। निगम के अफसरों के अनुसार दो-तीन दिनों के अंदर टेंडर फाइनल हो जाएगा। अभी तकनीकी और फाइनेंशियल परीक्षण की प्रक्रिया पूरी की जानी है। बीएल चंद्राकर, प्रबंधक, यातायात सोसायटी, नगर निगम का कहना है कि सिटी बसों का टेंडर फाइनल होने के 45 दिनों के अंदर संचालन होने की संभावना है। इस बार रायल्स ट्रैवल्स ने भी निविदा फार्म जमा किया है। दो-तीन दिनों में ऑपरेटरों के टेंडरों के तकनीकी परीक्षण की प्रकिया पूरी होते ही फाइनल कर दिया जाएगा।