
CG News: छत्तीसगढ़ के रायपुर में होली के बाद शहर की सफ़ाई व्यवस्था पूरी तरह से ठप हो गई है। त्योहार को लेकर सफ़ाई कर्मचारियों की अनुपस्थिति और संबंधित विभागों द्वारा उचित व्यवस्था न किए जाने के कारण शहर के विभिन्न हिस्सों में गंदगी का अंबार लग गया है।
खासकर शंकर नगर, राजातालाब, देवेंद्र नगर, प्रोफेसर कॉलोनी, भाठागांव, कुशालपुर, पुरानी बस्ती और गोलबाजार जैसे प्रमुख इलाके गंदगी से भरे हुए हैं। होली त्योहार के बाद शहर की गलियों और कॉलोनियों में कूड़ा, पत्थर जगह-जगह फैल गए हैं। शहरवासियों ने कई बार अधिकारियों से इस बारे में शिकायत की है, लेकिन कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए हैं। होली के रंग और कूड़ा एक साथ मिलकर इन इलाकों की सफाई को और भी मुश्किल बना रहे हैं।
रायपुर शहर के कई इलाकों में आवारा श्वानों की संख्या और उत्पात बढ़ने से लोगों की परेशानी बढ़ गई है। खासकर शंकर नगर, राजातालाब, कुशालपुर, प्रोफेसर कॉलोनी और पुरानी बस्ती में इनकी भरमार है। मॉर्निंग वॉक करने वालों के लिए ये श्वान परेशानी का कारण बन रहे हैं। कई लोगों ने बताया कि सुबह के समय जब वे टहलने निकलते हैं, तो श्वानों का झुंड उनके पीछे दौड़ता है। डर के चलते कुछ लोग वॉक बंद करने को मजबूर हो रहे हैं।
गत 11 मार्च को पुरानी बस्ती स्थित धीवर पारा में 8 साल के बच्चे को श्वान ने बुरी तरह घायल कर दिया। पीड़ित बच्चे का इलाज अस्पताल में जारी है। जिस श्वान ने बच्चे पर हमला किया, उसने एक महीने पहले ब्रहपुरी इलाके में भी एक बच्चे को काटा था। लोगों ने पहले ही नगर निगम से शिकायत की थी कि इलाके में कुछ श्वान आक्रामक हो चुके हैं और कई लोगों को काट चुके हैं। उन्होंने निगम से इन श्वानों को पकड़ने की अपील भी की, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। अब दोबारा ऐसी घटना होने से लोगों में निगम की लापरवाही को लेकर आक्रोश बढ़ गया है।
शंकर नगर, राजातालाब, देवेंद्र नगर और अन्य क्षेत्रों में फैली गंदगी
मॉर्निंग वॉक करने वाले घरों में दुबकने को हो रहे मजबूर
शंकरनगर, राजा तालाब, कुशालपुर, प्रोफेसर कॉलोनी और पुरानी बस्ती में भरमार
आवारा श्वानों के कारण रात में वाहन चालकों के लिए भी खतरा बढ़ गया है। कई बार ये श्वान अचानक सड़क पर आ जाते हैं, जिससे बाइक और कार चालक दुर्घटनाग्रस्त हो जाते हैं। शहर में ऐसी कई घटनाएं हो चुकी हैं, जहां श्वानों के कारण गाड़ी सवार गिरकर घायल हुए हैं।
होली के बाद शहर की सफाई व्यवस्था का जायजा लेने के लिए महापौर मीनल चौबे ने मौदहापारा, एमजी रोड, जयस्तंभ चौक और शारदा चौक का पैदल निरीक्षण किया। उन्होंने सफाई में सुधार के निर्देश दिए और नालियों पर कब्जा हटाने की चेतावनी दी। संडे बाजार और होटल संचालकों को यातायात बाधित न करने की सत हिदायत दी गई। संध्या चौपाटी के दुकानदारों को प्लास्टिक डिस्पोजल के बजाय कांच के बर्तन उपयोग करने को कहा गया। गंदगी फैलाने पर जुर्माने की चेतावनी भी दी गई।
शहर के कई इलाकों में सफ़ाई कर्मचारियों की अनुपस्थिति के कारण गंदगी का ढेर लग गया है। शंकर नगर के आसपास के इलाके में गंदगी का स्तर इस कदर बढ़ चुका है कि वहां के रहवासियों को सड़क पर चलने में भी दिक्कत हो रही है। पुरानी बस्ती, गोलबाजार और अन्य इलाके में भी वहीं स्थिति है। लोगों का कहना है कि प्रशासन को समस्या का शीघ्र समाधान करना चाहिए।
स्थानीय प्रशासन की ओर से कोई सफ़ाई अभियान नहीं चलाया गया। जब बड़ी तिथियों जैसे होली और दीवाली के बाद सफ़ाई व्यवस्था की जाती है, तो इस बार ऐसा क्यों नहीं किया गया?कई जगहों पर सफ़ाई के इंतजार में लोग खुद ही सड़क पर बिछे कूड़े को उठाने के लिए आगे आ रहे हैं।
शहर में बढ़ती इस समस्या को देखते हुए प्रशासन ने सोनडोंगरी में एक डॉग शेल्टर होम तैयार किया है, जहां 77 बाड़े बनाए गए हैं। इस शेल्टर में आवारा और घायल श्वानों को रखा जाएगा, जिससे शहरवासियों को राहत मिलेगी। इसके अलावा बैरन बाजार में अस्थायी चिकित्सा व्यवस्था भी की गई है, ताकि घायल श्वानों का इलाज किया जा सके।
Updated on:
17 Mar 2025 11:30 am
Published on:
17 Mar 2025 11:29 am
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