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Playboy ऐप से सावधान, डाउनलोड होते ही शुरू हो जाता है गंदा खेल, युवती ने बताई आपबीती

Playboy cyber fraud: ऐप के बारे में अगर आपको पता नहीं है जो जान लीजिए। क्योंकि इस ऐप के जरिए साइबर फ्रॉड हो रहा है। ​ये कैसे लोगों को फंसाता है। चलिए आपको बताते हैं...

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playboy cyber fraud

Playboy Cyber Fraud case: दिनेश यदु. सोशल मीडिया पर इन दिनों एक ऐप ’’प्ले ब्वॉय’’ तेजी से वायरल हो रहा है। इसमें युवाओं से 499 रुपए में रजिस्ट्रेशन कराया जा रहा है। अब यह ऐप ठगी का हिस्सा बन रहा है। इसमें रजिस्ट्रेशन करने के बाद युवाओं के साथ न केवल रुपए वसूले जा रहे हैं, बल्कि उनकी निजी जानकारी चुराकर बैंक खाते भी हैक किए जा रहे हैं।

Playboy Cyber Fraud: साइबर अपराध से सतर्क रहने की जरूरत

इसके अलावा भी सोशल मीडिया पर कई ऐप के विज्ञापन ऐसे आ रहे हैं, जिसके जरिए महंगी वस्तुओं को बहुत सस्ते में बताकर रुपए जमा करवाए जा रहे हैं। इसके बाद उसकी रसीद, सामान और लिंक का कोई पता नहीं होता। इस तरह के बढ़ते साइबर अपराध से युवाओं को सतर्क रहने की जरूरत है।

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शर्मिंदगी और डर के कारण रही चुप

ऐसे ही एक युवती भी इस ठगी की शिकार हुई। उसने बताया कि जब मैंने ऐप पर रजिस्ट्रेशन किया तो सब कुछ सामान्य लग रहा था। लेकिन कुछ दिनों बाद मुझे बार-बार कॉल्स आने लगे। कॉल करने वाले ने कहा कि मेरी निजी जानकारी लीक हो गई है और मुझे मामले से बाहर निकलने के लिए पैसे देने होंगे। ऐसे में उसने इस बात को परिवार से छुपाई और पुलिस में भी शिकायत नहीं की। युवती ने बताया कि समाज में बदनामी के डर से उसने किसी से नहीं कहा।

Cyber fraud: निजी जानकारी दी, फिर आया कॉल

रायपुर के एक कॉलेज छात्र ने भी प्ले बॉय जैसे ऐप पर रजिस्ट्रेशन करवाया। शिवा ने बताया कि मैंने सोशल मीडिया पर यह ऐप देखा। इसमें कहा गया था कि इससे आसानी से पैसे कमाए जा सकते हैं। मैंने 499 रुपए का रजिस्ट्रेशन किया और अपनी निजी जानकारी भी दी। लेकिन कुछ दिन बाद एक अनजान नंबर से कॉल आया, जिसमें एक व्यक्ति ने खुद को पुलिस अधिकारी बताया।

डर में कर दिया 10,000 हजार रुपए ट्रांसफर

Cyber fraud: उसने कहा कि मेरे खिलाफ कुछ आपत्तिजनक गतिविधियों की शिकायत की गई है। यदि इस मामले से बचना है तो तुरंत पैसे देने होंगे। शिवा ने डर के मारे 10,000 रुपए की राशि ट्रांसफर कर दी। बाद में पता चला कि वह कॉल फर्जी था और ठग ने उसे केवल डराकर पैसे वसूले थे। इसके बाद शिवा का मोबाइल नंबर और बैंक खाता भी हैक कर लिया गया।

नकली पुलिस का तरीका ऐसा कि…

ठगी का तरीका कुछ इस प्रकार होता है कि रजिस्ट्रेशन के दौरान युवाओं से उनकी निजी जानकारी जैसे मोबाइल नंबर, बैंक खाता विवरण और अन्य डेटा लिया जाता है। इसके बाद ठग उनके मोबाइल नंबर को हैक कर लेते हैं और उन्हें नकली पुलिस अधिकारी बनकर धमकाते हैं। ठगों का तरीका इतना प्रभावी होता है कि युवा डर के मारे पैसे देने पर मजबूर हो जाते हैं।

शिकायत लेकर लोग कम आते हैं

एसएसपी संतोष कुमार ने कहा कि पुलिस ठगी के मामलों पर नजर बनाए हुए हैं। लेकिन लोग शिकायत लेकर कम आते हैं। उन्होंने युवाओं को सतर्क रहने और किसी भी ठगी की घटना पर तुरंत शिकायत दर्ज कराने की अपील की। शिकायत मिलने पर सत कार्रवाई की जाएगी।