
रास्ते में उखड़ रही सांसें: हर दिन औसतन 9 मरीज मृत हालत में पहुंच रहे अस्पताल
रायपुर. छत्तीसगढ़ में कोरोना (COVID Death in Chhattisgarh) से मौतों का आंकड़ा बढ़ता चला जा रहा है। इसकी एक दो नहीं बल्कि कई वजहें हैं। एक तरफ जहां सिस्टम में कई खामियां हैं, तो दूसरी तरह व्यक्ति खुद लापरवाही बरत रहे हैं। बीते 9 दिन में 88 ऐसे प्रकरण सामने आए, जहां मरीज को अस्पताल में भर्ती करने से पहले ही डॉक्टर ने कह दिया, सांसें उखड़ चुकी हैं। औसतन हर दिन 9 मौतें ऐसे ही रिपोर्ट हो रही हैं। इनमें 28 साल की युवती से लेकर 80 साल के वृद्ध तक शामिल हैं।
पड़ताल में सामने आया कि मरीज और उनके परिजन तो लापरवाही बरत ही रहे हैं, मगर संसाधनों की कमी भी जान पर भारी पड़ रही है। कोरोना काल को 13 महीने पूरे हो चुके हैं, बावजूद लोग लक्षण समक्ष पा रहे हैं। आज भी कोरोना को साधारण सर्दी, जुकाम, खांसी, बुखार समझ रहे हैं। जब हालात बिगड़ रही है तब अस्पताल दौड़ रहे हैं तब तक देर हो जा रही है। एक दिन में 150 से कम मौतें नहीं हो रहीं। यह आंकड़ा बढ़ता जा रहा है।
सिस्टम की खामियां
जांच रिपोर्ट देर से आ रही है। समय पर इलाज नहीं मिल पा रहे। अस्पतालों में ऑक्सीजनयुक्त बेड की भारी कमी है। आईसीयू, वेंटिलेटर समय पर नहीं मिल रहे। मरीजों की लंबी वेटिंग है। सरकार मान रही है कि 1000 आईसीयू और 6 हजार ऑक्सीजनयुक्त बेड की आवश्यकता है। स्थिति यह है कि मरीज को लेकर परिजन एक से दूसरे, दूसरे से तीसरे अस्पताल भटक रहे हैं। अस्पतालों के बाहर दिन-रात खड़े हैं, मगर बेड नहीं है।
9 दिन में अस्पताल की चौखट पर इतनी मौतें
13 अप्रैल- 4, 14 अप्रैल- 5, 15 अप्रैल- 11, 16 अप्रैल- 13, 17 अप्रैल- 5, 18 अप्रैल- 10, 19 अप्रैल- 17, 20 अप्रैल- 19, 21 अप्रैल- 4, कुल- 88 मौतें
लापरवाही न बरतें
केस-1, होम आईसोलेशन में मौत- 21 अप्रैल को लक्ष्मण नगर रायपुर निवासी 45 वर्षीय महिला होम आईसोलेशन में थी। अचानक से तबीयत बिगड़ी और घर पर ही उनकी मौत हो गई। वे सिर्फ कोरोना संक्रमित थीं।
केस-2, 28 वर्षीय युवती की मौत- बिरकोना, बिलासपुर निवासी 28 वर्षीय युवती को परिजन 19 अप्रैल को गंभीर स्थिति में लेकर डेडिकेटेड हॉस्पिटल बिलासपुर लेकर पहुंचे। डॉक्टर ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। उसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई।
स्वास्थ्य विभाग महामारी नियंत्रण कार्यक्रम के प्रवक्ता एवं संचालक डॉ. सुभाष मिश्रा ने कहा, अगर लक्षण दिखते ही जांच करवा ली जाए, तो समय रहते रिपोर्ट मिल जाएगी और फिर संक्रमित होने पर इलाज शुरू हो जाएगा। थोड़ी सी सजगता से हम मौतों को आंकड़ों को कम कर सकते हैं।
Published on:
23 Apr 2021 01:05 pm
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