
Diwali Alert: दिवाली के दौरान पटाखे फूटने या बिजली के शार्ट सर्किट से होने वाली आगजनी से बचाने के लिए 24 घंटे फायर फाइटर तैनात रहेंगे। पुलिस के जवान भी हर इमरजेंसी और आपराधिक घटनाओं से निपटने तैयार रहेंगे। इसके लिए फायर स्टेशन और पुलिस कंट्रोल को विशेष हिदायत दी गई है। अलग-अलग सीटों में अतिरिक्त स्टाफ भी तैनात किए गए हैं। फायर स्टेशन में एक शिट में 15 जवान तैनात रहेंगे। इमरजेंसी नंबर भी जारी किए गए हैं।
1912
केन्द्रीय कॉल सेंटर- 0771-2576010
वीके तिवारी ईई सिटी वेस्ट-9828981122
विनय चंद्राकर ईई सिटी ईस्ट-9300624486
अविनाश कुमार ईई सिटी सेंटर-8319859588
अशीष अग्निहोत्री ईई सिटी साउथ- 9826154642
लाखेनगर- 0771- 2574799
बूढ़ापारा- 0771-2574774
गुढिय़ारी-0771-2593892
भनपुरी- 7693074788
टाटीबंध- 0771-2574755
खमतराई- 0771-2576317
शास्त्री चौक-0771-2574773
रावणभाठा- 0771-2576338
चंगोराभाठा- 2522921879
दलदल सिवनी- 0771-2972633
गंज- 0771-2574797
नयापारा-0771- 2574798
टिकरापारा- 0771-257614
आमासिवनी- 7049644782
पुरैना- 0771-2576677
सिविल लाइन-0771-2574771
डीडी नगर- 0771-2574415
देवपुरी- 0771-2972606
मालवीय रोड
थानों के अलावा प्रमुख बाजारों में पुलिस बल तैनात किया गया है। धनतेरस की रात करीब 3 बजे तक सदर बाजार में चहल-पहल रही। इसी तरह गुरुवार को भी बाजार में काफी भीड़ रहेगी। इसके मद्देनजर क्राइम ब्रांच की टीम सिविल ड्रेस में जगह-जगह तैनात रहेगी।
दिवाली के दौरान बाजार में ट्रैफिक व्यवस्था से लेकर आउटर के इलाकों में चोरी, लूट और डकैती की आशंका बनी रहती है। इसको लेकर पुलिस ने तैयारी की है। बाजार में ट्रैफिक व्यवस्था के लिए अतिरिक्त बल लगाया गया है।
सभी थाना प्रभारियों को अपने-अपने थाना क्षेत्र में पेट्रोलिंग बढ़ाने और रात्रि गश्त पर जोर देने कहा गया है। उल्लेखनीय है कि शहर के आउटर में कई आवासीय कॉलोनियां हैं, जिनमें दूर-दूर मकान बने हैं। वहां चहल-पहल भी कम रहती है। ऐसे इलाकों में फोकस रहेगा।
दिवाली शुरू होते ही पटाखों से झुलसने वाले मरीज आने लगे हैं। ऐसे मरीजों में बच्चे हैं, जिनकी उम्र 15 साल या इससे कम हैं। डीकेएस के प्लास्टिक सर्जरी विभाग में ऐसे 3 बच्चे भर्ती हैं, जो पटाखों के बारूद से झुलस गए हैं। यह गंभीर है इसलिए बर्न विभाग में भर्ती किया गया है। डॉक्टरों के अनुसार, झुलसने से स्किन खराब हो जाती है।
Diwali Alert: दूसरी ओर, दिवाली के लिए आंबेडकर अस्पताल के ट्रामा सेंटर व नेत्र रोग विभाग को अलर्ट मोड पर रखा गया है। वहीं, डीकेएस की बर्न यूनिट में भी इमरजेंसी के लिए डॉक्टरों की विशेष ड्यूटी लगाई गई है। ताकि झुलसे हुए व आंखों में चोट वाले मरीजों का तत्काल इलाज किया जा सके। डीकेएस के बर्न विभाग में भर्ती बच्चों के हाथ झुलसे हुए हैं।
दरअसल, जब पटाखे नहीं फूटते, तब बच्चे बारूद निकालकर एक साथ जलाने की कोशिश करते हैं। इससे बारूद जलने व अचानक भभकने से उनके हाथ व कभी-कभी चेहरे भी झुलस जाते हैं। इसलिए विशेषज्ञों का कहना है कि बच्चों को कोई भी पटाखे जलाने नहीं देना चाहिए। ताकि वे न झुलसे। दिवाली के दिन ऐसे मरीजों की संख्या बढ़ने की संभावना है।
Updated on:
31 Oct 2024 10:09 am
Published on:
31 Oct 2024 10:08 am
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